नई दिल्ली: रविवार को ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया (DCGI) ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड और भारत बॉयोटेक की कोवैक्सीन को मंजूरी दे दी है। मंजूरी मिलने के बैद सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ (CEO) अदार पूनावाला ने दावा किया कि फरवरी-मार्च तक मार्केट में कोरोना वैक्सीन आ जाएगी। कंपनी ने वैक्सीन के 5 करोड़ डोज वितरण के लिए तैयार कर रखे हैं।
बता दें कि भारत में कोरोना की दो वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है। इसी को लेकर निजी न्यूज चैनल से इंटरव्यू के दौरान अदार पूनावाल ने कहा कि हमें सरकार के खरीद आदेश का इंतजार है। आगे उन्होंने कहा कि फरवरी-मार्च तक बाजार में वैक्सीन आ जाएगी। वैक्सीन का कोई गंभीर साइड इफेक्ट नहीं है। लंबी सुरक्षा के लिए दो खुराक जरूरी होगी। तीन महीने के अंतराल में वैक्सीन 90 प्रतिशत असरदार है।
इमरजेंसी से पहले ही वैक्सीन के 5 हजार डोज तैयार
अदार पूनावाला ने कहा कि हम वैक्सीन के वितरण के लिए तैयार हैं। वैक्सीन का काम किस सफ्तार से चल रहा है इसका अंदाजा तो इस बात से लगाया जा सकता है कि इंरजेंसी अप्रूवल से पहले ही सीरम इंस्टीट्यूट ने पांच करोड़ डोज तैयार कर लिए थे। इससे भी ज्यादा अच्छी बात तो यह है कि इस वैक्सीन के करोड़ो डोज भारत को मिलेंगे।
इससे पहले अदार पूनावाला ने कहा कि हम वैक्सीन के वितरण के लिए तैयार हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि सभी को नया साल मुबारक, सीरम इंस्टिट्यूट ने वैक्सीन इकट्ठा करने का जो रिस्क लिया था, उसका फल मिल चुका है। देश की पहली कोरोना वैक्सीन को अनुमति मिल चुकी है जो सुरक्षित है, प्रभावी है और आने वाले दिनों में वितरण के लिए तैयार है।
क्या ‘कोविशील्ड’ वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट है?
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने ‘कोविशील्ड’ वैक्सीन को पूरी तरह से सुरक्षित बताया है। पूनावाला ने कहा कि वैक्सीन लेने के बाद थोड़ा सिरदर्द या बुखार हो सकता है लेकिन कोई घबराने की बात नहीं है। वह भी दो बार पैरासेटामोल लेकर ठीक हो जाता है। यह हमारी रिकमंडेशन है। ये ट्रायल में साबित हो चुका है।