रायपुर। छत्तीसगढ़ की सियासत में अब हिसाब मांगा जा रहा है। विपक्ष में बैठी बीजेपी कांग्रेस को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरना चाह रही है, तो कांग्रेस भी 15 साल की बीजेपी सरकार पर सवाल पूछ रही है। क्या है भ्रष्टाचार को लेकर राजनीति और इस सियासत के क्या हैं मायने। आज हम इसी पर चर्चा करेंगे…
सरकार 1 रुपया भेजती है, लोगों तक 15 पैसे पहुंचते हैं
सरकार 1 रुपया भेजती है, लोगों तक 15 पैसे पहुंचते हैं। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का यह भाषण एक बार फिर छत्तीसगढ़ की सियासत में गूंज रहा है, लेकिन ये कांग्रेस नहीं बीजेपी कहती नजर आई। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आरोप लगाया कि प्रदेश में केंद्र सरकार के खजाने को छत्तीसगढ़ सरकार नुकसान पहुंचा रही है। पहले 1 रुपया आता था तो 1 ही रुपया खर्च होता था, लेकिन अब सरकार में पार्दर्शिता नहीं बची।
बीजेपी सत्ताधारी कांग्रेस पर हमलावर है
बीजेपी इस तरह के बयान से सत्ताधारी कांग्रेस पर हमलावर है और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरना चाहती थी, लेकिन कांग्रेस ने भी इस बयान को आढ़े हाथों लिया और पलटवार करते हुए 15 साल का कार्यकाल याद दिलाया तो वहीं चुनाव को लेकर भी तंज कस दिया।
भ्रष्टाचार का मुद्दा सिर चढ़कर बोलने लगा है
छत्तीसगढ़ में एक बार फिर भ्रष्टाचार का मुद्दा सिर चढ़कर बोलने लगा है। विपक्ष जहां पाई-पाई का हिसाब पूछ रहा है तो वहीं कांग्रेस बीजेपी शासन की पुरानी फाइलें खंगाल रही है। जाहिर है कि साल चुनावी है और आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति तेज ही होनी है, लेकिन इस पाई-पाई की लड़ाई में किसका पलड़ा भारी होगा ये देखने वाली बात होगी।
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