AC Blast in Jaipur: राजस्थान की राजधानी जयपुर में बीती रात एसी में ब्लास्ट होने की वजह से पति-पत्नी की मौत हो गई। दंपति की पहचान इंटीरियर डिजाइनर प्रवीण वर्मा और उनकी वाइफ रिटायर्ड बैंक मैनेजर रेणु के रूप में हुई है।
बताया जा रहा है कि अचानक एसी में जोरदार धमाका हुआ था, जिसके बाद लोकल लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस जैसे ही घर में दाखिल हुई तो उन्हें दोनों बेहोशी की हालत में मिले। साथ ही घर में भीषण आग भी लगी हुई थी।
पुलिस तुरंत दोनों को हॉस्पिटल लेकर पहुंची, लेकिन डॉक्टर्स ने दोनों को मृत घोषित कर दिया था। बता दें कि, पुलिस ने दोनों का शव कब्जे में लेकर थाइलैंड नें रहने वाले उनके बेटे को सूचना दे दी है।
खिड़की से घुसे फायरकर्मी
यह हादसा जयपुर के जवाहर नगर इलाके में घटा था। प्रवीण शर्मा और उनकी पत्नी रेणू घर में ही थे। तभी अचानक लोगों ने धमाके की अवाजा सुनी और दौड़े आए। उन्होंने देखा कि आग ने पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया है, जिसके बाद ग्रामीणों ने तुरंत इसकी सूचना फायर ब्रिगेड और पुलिस को दी।
आग की सूचना मिलते ही दमकर की गाड़ियां मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। बता दें कि आग इतनी भयानक थी कि फायर कर्मी को दरवाजे की बजाए खिड़की के रास्ते घर में दाखिल होना पड़ा। दमकल कर्मियों ने कहा कि उन्होंने खिलाड़ी का शीशा तोड़कर वहां से कमरे में अंदर गए थे। उस समय पति-पत्नी बेड पर बेहोश पड़े थे।
विदेश में रहता है इकलौता बेटा
फायर कर्मियों ने बताया कि प्रवीण और रेणू सो रहे थे, इसलिए उन्हें एसी में हुए धमाके की भनक तक नहीं लगी। वहीं, इससे पहले वह उठ पाते आग के धुएं के कारण बेहोश हो गए। पूरे घर के अंदक धुएं का गुबार बना हुआ था।
अंदर जाने के बाद उन्हें कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था, लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद कमरे में घुसे तो उन्हें दोनों बेहोशी की हालत में मिले। दोनों को जल्दी से हॉस्पिटल लेकर जाया गया लेकिन उससे पहले ही दंपति ने अपना दम तोड़ दिया।
साथ ही घर का पूरा सामान भी जलकर राख हो गया है। 65 वर्षीय प्रवीण वर्मा और 60 साल की रेणु वर्मा के शव हॉस्पिटल के मैचुरी रूम में रखवा दिया गया है। साथ ही पुलिस ने इसकी सूचना मृतक दंपती का इकलौता बेटा हर्षित वर्मा को भी दे दी गई है। बता दें कि हर्षित वर्मा थाईलैंड में पत्नी के साथ रहता है और वह दोनों पेशे से डॉक्टर है।
क्यों होता है एसी में ब्लास्ट?
AC में ब्लास्ट होने का सबसे बड़ा कारण वोल्टेज फ्लक्चुएशन के साथ वोल्टेज कम होने पर कंप्रेसर पर अधिक दबाव होना माना जाता है। इसके कारण कंप्रेसर के साथ दूसरे उपकरण पर भी ज्यादा दबाव पड़ता है, जिससे वह जरूरत से ज्यादा गर्म हो जाते हैं। इससे ही आग लगने की संभावना बढ़ जाती है।
वहीं, एसी के कंडेसर और इसके बाहर निकलने वाली हवा की जगह में रुकावट आने की कारण एसी की गर्मी सही से बाहर नहीं निकल पाती है, जिससे ब्लास्च होने का खतरा बढ़ जाता है।
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