Manish Sisodia resign
दिल्ली। शराब घोटाले के मामले में फंसे मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी (आप) के नेता केजरीवाल ने इस इस्तीफे को मंजूर भी कर लिया है। बता दें कि शराब घोटाले के मामले में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने पर सिसोदिया को झटका लगा है। कोर्ट ने कहा है कि ‘यहां सीधे क्यों आ गए, आपके सामने दिल्ली हाई कोर्ट का भी विकल्प है। सिसोदिया दिल्ली में डिप्टी सीएम थे। फिल्हाल वे 5 दिन की CBI रिमांड पर हैं। अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद वे हाईकोर्ट में अपील करेंगे।
AAP’s Manish Sisodia and Satyendar Jain resign, Kejriwal accepts
इधर कांग्रेस ने दिल्ली के कथित शराब घोटाले के मामले में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी पर अपने रुख में अस्पष्टता होने की बात को खारिज करते हुए मंगलवार को कहा है कि इस पूरे प्रकरण की जांच होनी चाहिए, लेकिन उसका यह सवाल भी है कि जांच एजेंसियों द्वारा सिर्फ विपक्ष के नेताओं को ही निशाना क्यों बनाया जा रहा है। पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने यह भी कहा कि कांग्रेस नेताओं के प्रवर्तन निदेशालय द्वारा किए गए ‘उत्पीड़न’ की आम आदमी पार्टी ने भर्त्सना नहीं की थी क्योंकि उसमें (आप में) नैतिकता नहीं है, लेकिन उसके (कांग्रेस के) भीतर नैतिकता है।
Manish Sisodia
सुप्रिया ने कहा कि यह किसी से छिपा नहीं है कि सरकार की एजेंसिया भाजपा के किसी नेता के पास नहीं जाएंगी। अडाणी जी के पास ईडी और सीबीआई नहीं जाएगी। सारी एजेंसियां सिर्फ विपक्षी नेताओं के पास क्यों जाती हैं? उन्होंने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब ऑक्सीजन के लिए दिल्ली तड़प रही थी तो आप शराब नीति बना रहे थे। भाजपा के लोग भी कुंभकरण की नींद सो रहे थे। इस मामले में हम ही शिकायतकर्ता हैं। सवाल इस घोटाले के लिए हैं और रहेंगे। क्या यह उचित कार्रवाई है, इस बारे में भी सवाल हैं। सुप्रिया का कहना था कि ‘शराब घोटाले’ की जांच होनी चाहिए।
resign
उन्होंने कहा कि जब हमारे नेताओं को बुला-बुलाकर ईडी प्रताड़ित करती है, हमारे नेताओं को गिरफ्तार किया जाता है तो तब क्या आम आदमी पार्टी ने भर्त्सना करते हुए एक शब्द बोला था? उनके अंदर नैतिकता नहीं है, हमारे अंदर नैतिकता है। सुप्रिया ने आप से सवाल किया कि क्या आपको इसका अहसास है कि जब विपक्ष पर हमला हो रहा है तब चुप रहने का कोई विकल्प नहीं है?