Aaj Ka Mudda: छत्तीसगढ़ कांग्रेस में चल रहे फेरबदल एक तरफ हैरान कर रहे हैं। तो कई सवाल भी खड़े कर रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यही कि क्या ये फेरबदल का फॉर्मूला, चुनावी फैक्टर साधने में काम आएंगे।
‘इस्तीफा दिया नहीं जाता, ले लिया जाता है’
छत्तीसगढ़ कांग्रेस में हो रही उठापटक चौंकाने वाली है। तो वहीं साथ ही दिलचस्प भी होती जा रही है। एक के बाद एक बड़े बदलाव जनता और विपक्ष को हैरान कर रहे हैं। ये सवाल भी खड़ा हो रहा है कि कांग्रेस में चल क्या रहा है। बुधवार रात पीसीसी चीफ के पद से मोहन मरकाम की छुट्टी हुई।
कांग्रेस ने बदली कमान
बस्तर सांसद दीपक बैज को जिम्मेदारी मिली। तर्क ये दिया गया कि वो आदिवासी चेहरा हैं और युवा भी। इसके बाद शिक्षा मंत्री के पद से प्रेमसाय सिंह टेकाम ने इस्तीफा दिया और हलचल हुई कि मरकाम शिक्षा मंत्री का पद संभालेंगे। हालांकि इसको लेकर अब भी सस्पेंस है।
बीजेपी ने पद को बताया झुनझुना
पहले टीएस सिंहदेव, फिर मरकाम, फिर दीपक बैज और अब प्रेमसाय सिंह टेकाम। कांग्रेस में चल रहे फेरबदल को बीजेपी महज गुटबाजी और खींचतान का नतीजा बता रही है। पूर्व सीएम रमन सिंह इसे पहले की ही तरह झुनझुना बताते नजर आए। वहीं सीएम भूपेश ने भी उन्हें अपना घर संभालने की सलाह दे दी।
फेरबदल साधेंगे चुनावी फैक्टर
जाहिर है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस में फेरबदल की स्क्रिप्ट दिल्ली से लिखी जा रही है और जैसा सीएम भूपेश संकेत भी दे चुके हैं। वहीं कई और चौंकाने वाले बदलाव देखने को मिल सकते हैं। लेकिन क्या चंद महीनों के फेरबदल, समीकरण साधने में बड़ा फैक्टर साबित होंगे। इस पर सभी की नजर रहेगी।