Aaj Ka Mudda: 2023 चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस पूरी तरह चुनावी मोड में आ चुकी है। चुनावी कमान और जनता से कनेक्ट को लेकर जमावट की जा रही है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही कि क्या 2023 का चुनाव, दिल्ली से कंट्रोल होगा।
चुनावी मोड में बीजेपी-कांग्रेस
मध्यप्रदेश में चुनाव रणभेरी बजने से पहले पार्टियां हर तरह से तैयार हो रही हैं। विधानसभाओं में जनता से कनेक्ट की बात हो या फिर सत्ता और संगठन से जुड़ी तैयारी, अमित शाह के दौरे के बाद बीजेपी पूरी तरह चुनावी मोड में आ चुकी है। चुनाव प्रभारी भूपेंद्र सिंह और सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव 3 दिनों के एमपी दौरे पर आ रहे हैं।
नेताओं को जल्दी मिलेगी कमान
चुनाव समितियों और कमेटियों की कमान जल्द ही प्रदेश के नेताओं की सौंपी जानी है। वहीं प्रदेश के दिग्गज चेहरों को भी अलग-अलग इलाकों की जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी। इसके अलावा विजय संकल्प अभियान और रैलियों को भी बीजेपी जल्द ही अमलीजामा पहनाने की कोशिश है। ताकि समय रहते प्रदेश के हर एक कोने तक जनता के बीच पहुंचा जा सके।
दिल्ली से कंट्रोल होगा एमपी चुनाव
इतना ही नहीं बीजेपी चुनाव कार्यालय के शुभांरभ के साथ चुनावी आगाज होगा और पीएम मोदी और सीएम शिवराज के चेहरे को इमोशनल कनेक्ट करने के लिए बीजेपी थीम सॉन्ग और प्रमोशनल वीडियोज कैंपेन भी लॉन्च करेगी। यानी हर मोर्चे पर बीजेपी अपनी तैयारी को फाइनल टच देती दिख रही है।
हाईकमान से नाथ करेंगे चर्चा
बात कांग्रेस की करें तो यहां भी दिल्ली आलाकमान से ही स्क्रिप्ट लिखी जा रही है। पीसीसी चीफ कमलनाथ केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात कर रणनीति तैयार कर रहे हैं। वहीं एमपी कांग्रेस की टीम उसे जमीन पर उतारने में जी-जान से लगी है। साथ ही बीजेपी के प्रभारियों को लेकर तंज कसने से भी नहीं चूकी है।
तीसरे मोर्चे की भी चुनौती
चुनाव में 4 महीने से भी कम का वक्त बचा है। पार्टियां हर मोर्चे पर फिल्डिंग जमाने का काम कर रही है। वहीं जनता को लुभाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है और जल्द ही मध्यप्रदेश चुनावी रण के रूप में नजर आएगा। जहां बीजेपी और कांग्रेस के अलावा तीसरे मोर्चे की भी चुनौती होगी।
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