रायपुर। छत्तीसगढ़ की संकड़ों पर दिख रहे कर्मचारी सरकार के किए गए वादे याद दिलाने के लिए आवाज बुंलद कर रहे है। तो चुनावी साल में इनके जरिए सियासत भी तेज हो रही है। नियमितीकरण समेत 6 मांगों को लेकर प्रर्दशन कर रहे संविदा कर्मियों के आंदोलन में बीजेपी सर्मथन देने पहुंची । वादा किया कि इनकी मांगों को घोषणा पत्र में शामिल करेंगे। तो साथ ही कांग्रेस पर वादाखिलाफी के आरोप भी लगाए।
ढाई लाख से ज्यादा कर्मचारी आंदोलन से जुड़े
प्रदेश के करीब ढाई लाख से ज्यादा कर्मचारी इस आंदोलन से जुड़े हैं। जो छत्तीसगढ़ अनियमित संघ के बैनर तले प्रर्दशन कर रहे हैं। जिस तरह बीजेपी आंदोलन से जुड़ी है कुछ इसी तरह 2018 चुनाव से पहले कांग्रेस के दिग्गज नेता भी प्रर्दशन में पहुंचते थे। और आंदोकारियों से मिलकर एक सुर में बयान देते थे। कहा जा सकता है कि नाराज कर्मचारियों ने उस वक्त कांग्रेस का साथ दिया अब चुनावी साल में बीजेपी मैदान में उतरकर संविदा कर्मियों का साथ दे रही है।
बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर
इस पर कांग्रेस हमलावर है। तीखे तंज कसते हुए आरोप भी लगा रही है। कर्मचारियों का ये आंदोलन मंगलवार को रौद्र रुप लेने वाला है। जब प्रदेश भर से पहुंचे संविदा कर्मी रायपुर के मूढ़ा तालाब पहुंचेगें और मौन सत्याग्रह के बाद विधानसभा घेराव के लिए कूछ करेंगे। अब देखना होगा चुनावी साल में इसका क्या असर होगा? या फिर भूपेश सरकार कर्मचारियों को सौगात देकर सियासी फिजा का रुख बदलदेगी।
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