Advertisment

VVIP TREE: दुनिया का एक अनोखा पेड़ जिसे मिली है जेड प्लस कैटेगिरी की सुरक्षा, भारत में यहां पर है स्थित

भारत में ऐसे बहुत से वीवीआईपी मौजूद जिनकों सरकार की तरफ से सुरक्षा प्रदान की जा रही हैं। सुरक्षा लेने वाले की फेररिस्त बड़ी लंबी है।

author-image
Agnesh Parashar
VVIP TREE: दुनिया का एक अनोखा पेड़ जिसे मिली है जेड प्लस कैटेगिरी की सुरक्षा, भारत में यहां पर है स्थित

VVIP TREE : भारत में ऐसे बहुत से वीवीआईपी मौजूद जिनकों सरकार की तरफ से सुरक्षा प्रदान की जा रही हैं। सुरक्षा लेने वाले की फेररिस्त बड़ी लंबी है। विभिन्न कार्यों में बेहतरीन काम करके आपना नाम स्थापित करने वाले लोगों को सरकार के द्वारा सुरक्षा दी जा रही हैं। बता दें कि इसमें व्यापारी से लेकर फिल्मी कलाकार तक शामिल हैं।

Advertisment

पेड़ मिलती है जेड प्लस सिक्योरिटी

वहीं दूसरी ऐसे लोग है जिनकों सवैंधानिक पदों का जिम्मा मिला हुआ है उनको भी भारत सरकार की ओर से सुरक्षा दी जा रही हैं। ऊपर दिए तामम तरह के विवरण से तो आप भलीभांति परिचित है लेकिन क्या आपको पता है कि भारत में एक ऐसा पेड़ है जिसको सरकार की तरफ से जेड कैटेगिरी की सुरक्षा दी जा रही है। शायद आप इस बारें नहीं जानते होंगे तो आइए हम आपको बताते है।

 यहां पर मौजूद है यह पेड़

इस सुरक्षा के घेरे में रहने वाला पेड़ बिहार के गया जिले में मौजूद है। साथ ही यह मप्र के दो जिलों भोपाल और विदिशा यहां पर यह पेड़ है मप्र की सलामतपुर की पहाड़ियों पर इस पेड़ को साल 2012 में श्रीलंका के तत्कालीन प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे ने भारत दौरे के समय लगाया था।

सरकार पेड़ पर सालाना इतना खर्च कर रही

दरअसल, यह पीपल का पेड़ है लेकिन यह बेहद ही कीमती है। क्योंकि खुद मप्र सरकार इसकी सुरक्षा पर सालाना करीब 10 से 15 लाख रुपए खर्च कर रही है। यह पेड़ 15 फीट की ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। इसका नाम बोधि वृध है।

Advertisment

​जिला कलेक्टर भी करते है निगरानी

यह पेड़ इताना कीमती है कि इस मॉनीटिरिंग खुद जिला कलेक्टर को करनी पड़ती है। जी हां यह सच जिला का डीएम अब जनता की समस्याओं के साथ पेड़ की भी निगरानी कर रही है। इसका ख्याल एक राष्ट्रीय संपित्ति की तरह रखा जा रहा है। इसलिए इस पेड़ को देखने देश के ही नहीं बल्कि विदेश के लोग भी इसे देखने आते है।

पेड़ का इतिहास

इस पेड़ का इतिहास काफी पुराना है। बताया जाता है कि यह उसी प्रजाति का वृक्ष है जिसके नीचे बैठकर भगवान बुध्द को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। इतिहास की प्राप्त जानकारी के मुताबिक तीसरी शताब्दी में सम्राट अशोक ने अपने पुत्र महेंद्र और पुत्री संघमित्रा को बौद्ध धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए श्रीलंका भेजा था।  तब उन्हें एक बोधि वृक्ष की एक टहनी दी थी। जिसे उन्होंने वहां के अनुराधापुरा में लगा दिया था। वो आज भी वहां है।

ये भी पढ़ें:

MP News: 70 हजार हितग्राहियों का गृह प्रवेश, PM आवास योजना के तहत CM Shivraj करेंगे राशि ट्रांसफर

Advertisment

Biju George Joseph: जयपुर के अगले पुलिस आयुक्त होगे ये IPS अधिकारी, आदेश जारी

Maharashtra News: पीएम मोदी को मिला लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार, संबोधन में कही ये बात

Lokmanya Tilak National Award: पीएम मोदी को पुणे में मिलेगा सम्मान, मेट्रो ट्रेन को दिखाएंगे हरी झंडी

Advertisment

Rocky Aur Rani Ki Prem Kahani BO Collection: चार दिन में बॉक्स ऑफिस पर फिल्म ने गाड़े झंडे, जाने कितना हुआ अब तक कलेक्शन

MP news मप्र न्यूज VVIP Tree World's unique tree Z plus category protection to the tree दुनिया का अनोखा पेड़
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें