Madhya Pradesh PWD Bhopal Indore Project Case Update: मध्यप्रदेश में लोक निर्माण विभाग की सेतू शाखा के चीफ इंजीनियर पीसी शर्मा ने यू टर्न लेते हुए अपने फ्लाईओवर, ROB, एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण पर रोक के पत्र को निरस्त कर दिया है। दूसरा पत्र जारी करते हुए उन्होंने कहा कि गलती से निर्देश जारी हो गए थे। कुछ निर्माण कामों के लिए मैं अधिकृत नहीं हूं।
निर्माण पर रोक का 15 जुलाई को जारी पत्र
जांच में सामने आईं गलतियां
दरअसल, भोपाल में ऐशबाग के 90 डिग्री और इंदौर के झेड ओवरब्रिज के डिजाइन में खामियां सामने के बाद से पीडब्ल्यूडी सख्त शुरू कर दी। दोनों ब्रिज में लापरवाही सामने आने पर विभाग ने प्रदेश के अन्य प्रोजेक्ट के जनरल अरेंजमेंट ड्राइंग की रेंडम जांच की। इसमें भी भारी तकनीकी गलतियां सामने आईं।
15 जुलाई को GAD रद्द किए
मंगलवार, 15 जुलाई को एमपी के सभी 355 प्रोजेक्ट के जनरल अरेंजमेंट ड्राइंग निरस्त कर दिए। हालांकि, बुधवार, 16 जुलाई को दूसरा पत्र जारी किया। इसमें उन्होंने कहा कि ब्रिज निर्माण रोक का पत्र गलती से जारी हो गया था।
ब्रिज निर्माण रोक आदेश निरस्त का 16 जुलाई को जारी पत्र
GAD पर रिव्यू और मंजूरी
15 जुलाई, मंगलवार को जारी पत्र में जारी निर्देश में ब्रिज शाखा के चीफ इंजीनियर पीसी वर्मा के मुताबिक, हाईलेवल कमेटी की ओर से जीएडी पर रिव्यू और मंजूरी मिलने तक सभी निर्माण स्थगित रहेंगे, जिन प्रोजेक्ट्स का पहले से निर्माण चल रहा। तकनीकी जांच के बिना कोई भी निर्माण शुरू नहीं किया जाएगा।
ये रही हाईलेवल कमेटी
हाईलेवल कमेटी में ईएनसी चेयरमैन
सेतू शाखा के चीफ इंजीनियर
भोपाल आरडीसी सीई
रेलवे जोन सेतू इंजीनियर
संबंधित नगरीय निकाय के अधिकारी सदस्य शामिल रहेंगे।
ये होगी जांच
सभी प्रोजेक्ट्स की डिजाइन, अलाइनमेंट, जियोमैट्रिक स्ट्रक्चर, स्पीड कैलकुलेशन समेत अन्य तकनीकी जांच होगी। सुधार के बाद आगे प्रक्रिया बढ़ाएंगे।
पीडब्ल्यूडी की ब्रिज शाखा के प्रोजेक्ट्स
प्रोजेक्ट का प्रकार | संख्या |
---|---|
बड़े ब्रिज (Bridge) | 250 |
रेलवे ओवरब्रिज (ROB) | 100 |
एलिवेटेड कॉरिडोर (Elevated Corridor) | 5 |
कुल प्रोजेक्ट्स | 355 |
इनमें से लागत 1200 करोड़ से अधिक वाले प्रोजेक्ट्स | 140 |
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