90 के दशक की एक जानी-पहचानी मुस्कान, करिश्मा कपूर आज 51 साल की हो गई हैं। वक्त भले ही आगे बढ़ गया हो, लेकिन उनकी फिल्मों की छाप आज भी ताज़ा है। उस दौर में जब हीरोइनों को ज़्यादातर सजावटी भूमिकाएं दी जाती थीं, करिश्मा ने अपनी जगह खुद बनाई, राजा हिंदुस्तानी, दिल तो पागल है जैसी हिट फिल्मों से लेकर फिज़ा और जुबैदा जैसी गंभीर कहानियों तक। उनकी परफॉर्मेंस ने ये साबित किया कि ग्लैमर और गहराई एक साथ परदे पर जिया जा सकता है। करिश्मा ने सिर्फ नाम नहीं कमाया, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए रास्ते भी बनाए। आज, उनके जन्मदिन पर, हम बस इतना कह सकते हैं, कुछ कलाकार वक़्त के साथ नहीं ढलते, बल्कि खुद वक़्त को परिभाषित करते हैं।