हाइलाइट्स
- धरने पर बैठी छात्रा अर्चिता सिंह के आंदोलन का आज पांचवां दिन।
- आज सपा सांसद और एमएलसी भी धरने पर समर्थन देने पहुंचे।
- छात्रा का दृढ़ संकल्प और आंदोलन जारी रखने का बयान।
BHU Protest: काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में पीएचडी प्रवेश में अनियमितता का आरोप लगाकर धरने पर बैठी छात्रा अर्चिता सिंह का आंदोलन आज पांचवे दिन भी जारी रहा। इस मुद्दे ने उस समय तूल पकड़ा जब समाजवादी पार्टी के चंदौली से सांसद वीरेंद्र सिंह और एमएलसी आशुतोष सिंहा धरना स्थल पर पहुंचे और छात्रा को समर्थन देने का भरोसा दिया।
सांसद और एमएलसी का समर्थन
सांसद वीरेंद्र सिंह और एमएलसी आशुतोष सिंहा ने अर्चिता से मुलाकात की और उनका समर्थन किया। उन्होंने BHU प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में सत्ता के दबाव में मनमानी की जा रही है। जिससे एक होनहार छात्रा के साथ अन्याय हो रहा है। सांसद और एमएलसी ने यह भी कहा कि यह विश्वविद्यालय मालवीय जी की धरती है और यहां पर किसी भी प्रकार के अन्याय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर छात्रा को न्याय नहीं मिला, तो यह लड़ाई सड़क से संसद तक लड़ी जाएगी।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस घटनाक्रम के बाद प्रशासन भी हरकत में आया। वाराणसी के एडीएम सिटी आलोक वर्मा धरना स्थल पर पहुंचे और छात्रा से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि यह मामला शायद एक मिसकम्युनिकेशन और मिसअंडरस्टैंडिंग का परिणाम हो सकता है, और BHU प्रशासन इसकी जांच करवा रहा है। उन्होंने छात्रा को आश्वासन दिया कि जल्द ही समाधान निकाला जाएगा।
छात्रा का आंदोलन जारी रखने का बयान
हालांकि, छात्रा अर्चिता सिंह ने अपनी बात पर जोर देते हुए कहा कि जब तक उनका पीएचडी में एडमिशन नहीं हो जाता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। अर्चिता ने यह भी कहा कि यह केवल उनकी व्यक्तिगत लड़ाई नहीं, बल्कि सभी छात्रों के अधिकारों की रक्षा के लिए है।
आंदोलन का परिणाम और भविष्य की दिशा
धरने के पांचवे दिन भी अर्चिता का दृढ़ संकल्प साफ दिखा कि वह जब तक अपनी मांगें पूरी नहीं करवा लेतीं, तब तक संघर्ष जारी रखेंगी।
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