हाइलाइट्स
- दक्षिण भारत से चोरी की गई 400 वर्ष पुरानी मूर्ति।
- 400 वर्ष पुरानी अष्टधातु मूर्ति 15 किलो वजनी।
- तीन युवक गिरफ्तार मुख्य सरगना की तलाश जारी।
Mirzapur Ashtadhatu Murti Chori: मिर्जापुर पुलिस ने एक बड़े चोर गैंग का पर्दाफाश किया है, जो दक्षिण भारत के मंदिरों से बहुमूल्य अष्टधातु की मूर्तियां चोरी कर उन्हें बेचने का काम करता था। पुलिस ने इस गैंग के तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार किया और उनके पास से एक करोड़ रुपये मूल्य की 15 किलो की अष्टधातु की मूर्ति बरामद की है।
गिरफ्तारी और बरामदगी
चुनार थानाध्यक्ष रविंद्र भूषण मौर्या को सूचना मिली थी कि कुछ लोग चोरी की वस्तु बेचने के लिए जा रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने बरगवां खरहटिया गांव के पास से बाइक सवार तीन युवकों को पकड़ा। गिरफ्तार आरोपियों में अभिमन्नू उर्फ मन्नू, नागेंद्र कुमार और रविकांत उर्फ सोनू शामिल हैं, जो सभी चुनार क्षेत्र के निवासी हैं। उनके पास से पुलिस ने वेणु गोपाल की मूर्ति बरामद की, जो अष्टधातु से बनी हुई थी और इसका वजन 15 किलो था।
पूछताछ में खुलासा
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि उनका एक संगठित गिरोह है, जो दक्षिणी भारत के मंदिरों से अष्टधातु की मूर्तियों की चोरी करता था। फिर इन मूर्तियों को बेचकर धनराशि आपस में बांट ली जाती थी। पुलिस ने गिरोह के तीनों आरोपियों के खिलाफ प्राचीन स्मारक संरक्षण अधिनियम और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया और उन्हें जेल भेज दिया।
मुख्य सरगना की तलाश जारी
एएसपी सिटी नितेश सिंह ने बताया कि मूर्ति चोरी का मुख्य सरगना सुनील है, जो इस गिरोह का प्रमुख है। सुनील और उसके अन्य साथियों की तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही मुख्य सरगना को गिरफ्तार किया जाएगा, जिससे यह पता चल सकेगा कि मूर्ति किस मंदिर से चुराई गई थी और इस गिरोह के अन्य सदस्य कौन हैं।
Baghpat: कक्षा 12 के छात्रों ने की फायरिंग, अवैध वसूली के लिए बालू खननकर्ताओं पर तानी बंदूकें, दो घायल, चार गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के बागपत के नेथला खादर गांव में चार दिन पहले हुई ताबड़तोड़ फायरिंग की घटना ने सभी को हैरान कर दिया था। कुछ छात्रों ने अवैध शस्त्रों को हाथों में लेकर गांव में अवैध बालू खनन करने वालों से वसूली को लेकर गोलीबारी की थी। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें