Government Pension Scheme in India: भारत सरकार विभिन्न पेंशन योजनाओं का संचालन करती है, ताकि वरिष्ठ नागरिकों को बुढ़ापे में आर्थिक सुरक्षा मिल सके। ये योजनाएं निवेशकों को नियमित आय, टैक्स लाभ और वित्तीय स्थिरता प्रदान करती हैं। आइए जानते हैं उन प्रमुख सरकारी पेंशन योजनाओं (Pension Scheme) के बारे में, जो रिटायरमेंट के बाद नियमित इनकम सुनिश्चित करने में मदद कर सकती हैं।
कर्मचारी भविष्य निधि (EPF)
कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) नौकरीपेशा लोगों के लिए एक रिटायरमेंट सेविंग स्कीम है। इस योजना में:
- कर्मचारी को अपनी बेसिक सैलरी का 12% योगदान करना होता है, और नियोक्ता भी इतनी ही राशि जमा करता है।
- EPF अकाउंट पर 8.25% वार्षिक ब्याज मिलता है।
- 58 साल की उम्र पूरी होने पर EPF मैच्योर होता है और कर्मचारी को जमा राशि के साथ ब्याज भी मिलता है।
- धारा 80C के तहत टैक्स छूट उपलब्ध है।
- जरूरत पड़ने पर आंशिक निकासी की भी सुविधा है।
नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS)
नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) उन लोगों के लिए है, जो निवेश के जरिए एक बड़ा रिटायरमेंट फंड बनाना चाहते हैं। इसकी खासियतें:
- निवेशकों को इक्विटी, सरकारी बॉन्ड और कॉर्पोरेट डेट में निवेश का विकल्प मिलता है।
- बाजार के प्रदर्शन के आधार पर रिटर्न अलग-अलग होता है।
- धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक और 80CCD(1B) के तहत अतिरिक्त 50,000 रुपये तक की टैक्स छूट मिलती है।
प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (PMVVY)
60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (PMVVY) एक शानदार विकल्प है।
- 10 सालों के लिए 7.4% गारंटीड रिटर्न मिलता है।
- अधिकतम निवेश सीमा 15 लाख रुपये प्रति व्यक्ति है।
- यह योजना LIC द्वारा मैनेज की जाती है।
- योजना मैच्योर होने पर मूलधन वापस कर दिया जाता है।
- पॉलिसीधारक की मृत्यु होने पर नॉमिनी को निवेश की राशि वापस मिलती है।
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS)
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए एक सुरक्षित निवेश योजना है।
- मौजूदा ब्याज दर 8.2% है, जो इसे उच्च रिटर्न वाला विकल्प बनाती है।
- अधिकतम निवेश सीमा 30 लाख रुपये है।
- योजना की अवधि 5 साल है, जिसे 3 साल तक बढ़ाया जा सकता है।
- तिमाही आधार पर ब्याज भुगतान होता है, जिससे नियमित आय सुनिश्चित होती है।
- निवेश पर धारा 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF): लंबी अवधि की सेविंग स्कीम
PPF एक सुरक्षित और टैक्स-फ्री रिटायरमेंट योजना है।
- मौजूदा ब्याज दर 7.1% है।
- 15 साल का लॉक-इन पीरियड होता है, जिसे 5-5 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है।
- न्यूनतम निवेश 500 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष किया जा सकता है।
- EEE (Exempt-Exempt-Exempt) टैक्स बेनिफिट उपलब्ध है।
- 5 साल बाद आंशिक निकासी की सुविधा मिलती है।
अटल पेंशन योजना (APY): कम आय वर्ग के लिए गारंटीड पेंशन
कम आय वर्ग और असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए अटल पेंशन योजना (APY) एक बेहतरीन विकल्प है।
- 60 साल की उम्र के बाद 1,000 से 5,000 रुपये तक की मासिक पेंशन मिलती है।
- सरकार 40 वर्ष से पहले जुड़ने वालों के लिए 5 वर्षों तक 50% (अधिकतम 1,000 रुपये) का योगदान देती है।
- योगदान राशि आयु और पेंशन राशि के अनुसार तय होती है।
पीएम श्रम योगी मानधन योजना (PMSYMY): असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए पेंशन योजना
यह योजना असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले कम आय वर्ग के लोगों के लिए है।
- मासिक आय 15,000 रुपये से कम होनी चाहिए।
- 18 से 40 साल की उम्र वाले व्यक्ति इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
- 60 साल की उम्र के बाद 3,000 रुपये प्रति माह पेंशन मिलती है।
- यदि लाभार्थी की मृत्यु हो जाती है, तो जीवनसाथी को 50% पेंशन मिलेगी।
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रिटायरमेंट प्लानिंग में महंगाई को न करें नज़रअंदाज़
एक्सपर्ट्स का मानना है कि महंगाई एक साइलेंट एनिमी (Silent Enemy) है, जो धीरे-धीरे आपकी बचत को खत्म कर देती है। इसलिए:
- निवेश को FD, म्यूचुअल फंड, PPF और NPS जैसी योजनाओं में विभाजित करें।
- हेल्थ इंश्योरेंस लेना बेहद जरूरी है, ताकि मेडिकल खर्च आपकी बचत को खत्म न कर दें।
- रेगुलर इनकम स्रोत जैसे डिविडेंड्स, किराए की आय, या एन्न्युटी पर ध्यान दें।
- समय-समय पर निवेश योजना की समीक्षा करें और बदलती जरूरतों के हिसाब से एडजस्ट करें।
कौन-सी सरकारी पेंशन योजना आपके लिए सही है? (Best Pension Scheme)
यदि आप नौकरीपेशा हैं, तो EPF और NPS आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं। वरिष्ठ नागरिकों के लिए SCSS और PMVVY सुरक्षित और उच्च रिटर्न वाली योजनाएं हैं। वहीं, असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए APY और PMSYMY आदर्श विकल्प हो सकते हैं।
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