MP Police Constable Bharti: मप्र पुलिस आरक्षक भर्ती के लिए शारीरिक प्रवीणता परीक्षा 23 सितंबर से प्रदेशभर में शुरू होने जा रही है। ग्वालियर सहित प्रदेश के 10 जिलों में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इस बार शारीरिक प्रवीणता परीक्षा (physical proficiency test) में कुछ बदलाव हुए हैं।
पहली बार शारीरिक प्रवीणता परीक्षा में अभ्यर्थियों को अंक दिए जाएंगे। पहले अभ्यर्थी क्वालीफाइ और डिस्क्वालिफाइ होते थे। इस बार शारीरिक परीक्षा में पूरी तरह पारदर्शिता रहे, इसके लिए तकनीक का भी भरपूर उपयोग किया जा रहा है।
परीक्षा से पहले बदले नियम
अभ्यर्थियों के पैर में बाकायदा आरएफआइडी यानी रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन चिप लगाई जाएगी, जो दौड़ पूरी करने में लगाया गया सटीक समय बताएगी।
क्या होता है रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन चिप
रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन एक छोटे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, आमतौर पर एक माइक्रोचिप के माध्यम से काम करता है, जिस पर जानकारी संग्रहीत होती है। ये उपकरण आम तौर पर काफी छोटे होते हैं, कभी-कभी चावल के दाने के आकार के होते हैं, और बड़ी मात्रा में डेटा रख सकते हैं। इस डिवाइस के कई अलग-अलग उपयोग हैं, लेकिन इसका उपयोग आमतौर पर उत्पादों, जानवरों और मुद्रा को ट्रैक करने में किया जाता है।
पिछले साल आयोजित हुई थी लिखित परीक्षा
बता दें कि मप्र पुलिस में आरक्षकों के 7 हजार 411 पदों पर भर्ती के लिए पिछले साल 12 अगस्त से 12 सितंबर के बीच कर्मचारी चयन मंडल ने ऑनलाइन लिखित परीक्षा आयोजित की थी।
इस साल मार्च में परीक्षा परिणाम आया। इसमें उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की शारीरिक प्रवीणता परीक्षा 23 सितंबर से 11 नवंबर तक होगी।
23 सितंबर से शुरू होंगे फिजिकल टेस्ट
मध्य प्रदेश पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती के लिए फिजिकल टेस्ट 23 सितंबर से शुर हो जाएंगे। नोटिफिकेशन में साझा की गई डिटेल के मुताबिक शारीरिक दक्षता परीक्षण का आयोजन प्रदेश के 10 शहरों- भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, सागर, रीवा, बालाघाट, मुरैना एवं रतलाम में किया जाएगा। फिजिकल टेस्ट 9 नवंबर 2024 तक संपन्न करवाए जाएंगे।
दौड़ने से पहले कर ले बॉडी को वार्म अप
तारीख घोषित होने के बाद खुशी की लहर है. इसका लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था. किसी भी तरह से हम जख्मी ना हो और दौड़ करते समय गिरे नहीं है. कभी तेज कभी स्लो इस तरह से भी नहीं दौड़ना है. एक जैसा दौड़ने का प्रयास करते रहे, नाक से सांस ले. वहीं एक बात यह ध्यान रखती है. दौड़ने के लिए हमें किसी भी तरह की स्टेरॉयड का उपयोग नहीं करना है.
गोला फेक और लौंग जंप से पहले बॉडी को वार्म अप कर ले. क्योंकि इसमें जख्मी होने की चांस ज्यादा होते हैं. तैयारी करने वाली बच्चों को फिजिकल टेस्ट में शामिल होने पर कोई परेशानी नहीं होगी. लेकिन जो सीधा इस टेस्ट में शामिल होंगे. उनके लिए परेशानी है. इसलिए इन बातों का जरूर ख्याल रखें.
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