Shukra Gochar 2024 in Meen: बुद्धि, सुख समृद्धि के दाता शुक्र आज 12 महीने बाद उच्च के होने जा रहे हैं। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो अभी तक जो बुध अशुभ प्रभाव दे रहे थे वे अब शुभ प्रभाव (Shukra Effect) देने लगेंगे। ऐसे में कुछ जातक ऐसे हैं जिन्हें इस दौरान बेहद शुभ फल मिलना शुरू हो जाएंगे।
ज्योतिषाचार्यों की मानें तो जीवन में हर तरह की भौतिक सुख सुविधाओं का कारक सुख है। शुक्र वैभव, सुख, विवाह, प्रेम, स्नेह का कारक है। अभी तक प्रतिकूल प्रभाव दे रहा शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में गोचर (Shukra Gochar in Meen) करके खुशियां बिखेरने लगेगा।
शुक्र गोचर से किसे होगा लाभ
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री (9893159724) के अनुसार अभी तक कुंभ राशि में चल रहे शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में प्रवेश (Shukra Gochar 2024) करने जा रहे हैं। जिन जातकों की कुंडली में शुक्र उच्च का है यानी मीन राशि का है उन्हें इस दौरान बेहद शुभ फल मिलने लगेंगे। इसके अलावा 12 राशियो में मेष और तुला दो ऐसी राशियां हैं जिनका इस दौरान वैभव बढ़ने लगेगा।
शुक्र एक राशि में कितने दिन रहता है
ज्योतिषाचार्य के अनुसार शुक्र (Shukra) एक राशि में 25 से 27 दिन तक रहता है। एक साल बाद शुक्र अपनी उच्च राशि मीन (Meen) में गोचर (Shukra Gochar Kal) करने जा रहे हैं। शुक्र का ये राशि परिवर्तन इन तीज जातकों के जीवन में हर तरफ से खुशियां लेकर आएगा।
बढ़ेगा वैभव, विवाह के योग
शुक्र जब उच्च राशि में प्रवेश करते हैं तो लोगों का वैभव बढ़ने लगता है। जो जातक अविवाहित हैं, उनके जीवन में इस दौरान शुक्र के गोचर काल (Shukra Gochar Kal) के 25 दिनों में आपका वैभव बढ़ेगा।
स्त्रियों का बढ़ेगा वैभव
जिन महिलाओं की कुंडली में शुक्र (Kundli me Shukra) उच्च है या जिनकी राशि तुला और वृष है इन महिलाओं का वर्चस्व बढ़ेगा। फिर चाहे वह राजनीति से जुड़ी हो या किसी बड़े पद पर हों। इस दौरान इन तीन जातकों का पद वैभव भी बढ़ेगा। यदि आप नौकरी पेशा हैं तो आपको नौकरी में प्रमोशन और इंक्रीमेंट भी मिल सकता है।
आरोग्यता बढ़ेगी
शुक्र को शक्तिवर्धक माना जाता है, इसलिए शुक्र के गोचर काल के दौरान जातकों के स्वास्थ्य में सुधार होगा। जो लंबे समय से किसी पुरानी बीमारी से जूझ रहे थे उन्हें अब अरोग्यता मिलने लगेगी। सभी तरह के रोग दूर होने लगेंगे।
शुक्र के उपाय
जिन जातकों की कुंडली में शुक्र अशुभ है या नीच का है उन्हें शुक्र के उपाय (Shukra ke Upay) करने चाहिए। शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से लाभ होगा। शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी को लाल फूल चढ़ाएं। इससे शुक्र ग्रह शांत होते हैं।
शुक्र कमजोर होने के क्या लक्षण है?
अगर आपकी कुंडली में शुक्र कमजोर है। लेकिन आपको नहीं पता है कि शुक्र कमजोर होने के क्या लक्षण होते हैं। तो चलिए आपको बताते हैं। ज्योतिषाचार्य के अनुसार शुक्र ग्रह को ऐश्वर्य, धन, वैभव और सुख-सुविधाओं का कारक माना जाता है।
जब जातक की कुंडली में शुक्र कमजोर (Kamjor Shukra ke Sanket) होता है तो तो ये भयंकर परिणामों को जन्म देता है। कमजोर शुक्र होने पर व्यक्ति के चेहरे की चमक कम होने लगी है। उसकी आंखों की रोशनी कम होने लगती है। साथ ही व्यक्ति का आकर्षण भी कम होने लगता है।
यह भी पढ़ें:
Vivah में विलंब का कारण बनते हैं कुंडली के ये चार खतरनाक योग, क्या हैं Jaldi शादी के Upay
April Bank Holiday: अप्रैल में इतने दिन रहेंगे बैंक बंद, यहां देखें छुट्टियों की पूरी लिस्ट
Budha Gochar: नीच राशि से निकले बुध, दिखाएंगे असर, मिलेगा प्रमोशन-इंक्रीमेंट