सांसारिक सुखों के कारक शुक्र, कैसे हैं आपकी कुंडली में, ऐसे देख सकते हैं

Kundli Me Shukra Ka Bhav : सांसारिक सुखों के कारक शुक्र, कैसे हैं आपकी कुंडली में, ऐसे देख सकते हैं

नई दिल्ली। सभी नवग्रहों में से एक Kundli Me Shukra Ka Bhav ग्रह शुक्र को सांसारिक सुखों का कारक माना जाता है। अगर ये कुंडली में उच्च के हो तो, लोगों के बारे न्यारे हो जाते हैं और यदि जातक की कुंडली कमजोर है तो आज हम आपको बताएंगे कि वे कौन से उपाय हैं जिनसे आप भी अपनी कुंडली में कमजोर भाव में बैठे शुक्र को मजबूत कर सकते हैं।

इन भावों से समझे कुंडली —
पंडित रामगोविन्द शास्त्री के अनुसार जब जातक की कुंडली में शुक्र बारहवें भाव में यानि मीन राशि में होते हैं तो ये उच्च के माने जाते हैं। अगर इनका भाव दूसरा और सातवां हो तो समझ लें ये स्वराशि में हैं। इस राशि में भी इन्हें अच्छा फल देने वाला मानते हैं। इसके विपरीत यदि यह आपके छटवें भाव यानि कन्या राशि में नीच के होते हैं। अगर आपकी राशि में भी इसी स्थिति में हैं तो समझ जाएं आपको सतर्क रहने की जरूरत है।

ये करें उपाय —

  • अगर आपकी कुंडली में भी शुक्र कमजोर हैं तो आपको सफेद चीजों और वस्तुओं का दान करना चाहिए। सफेद कपड़ों का उपयोग अधिक से अधिक करना चाहिए।
  • शुक्र ग्रह से पीड़ित जातक को अनामिका अंगुली में हीरा पहनना चाहिए।
  • देवी दुर्गा का पूजन इन्हें इस दिन जरूर करना चाहिए।

कारक —

शुक्र ग्रह को ओज, शक्ति, सांसारिक सुख में वृद्धि का कारक माना जाता है। जब भी यह ग्रह कमजोर होता है इन सभी चीजों में कमी आने लगती है।

नोट : इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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