हाइलाइट्स
-
1 फरवरी को पेश होगा 2024 का अंतरिम बजट
-
देश का पहला बजट नवंबर 1947 में हुआ था पेश
-
देश की हालत देखकर उस समय की सरकार ने दी थी छूट
-
जनता पर टैक्स नहीं लगाने पर चौंक गए थे सभी
भोपाल। India Budget Facts: मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम अंतरिम बजट 1 फरवरी को पेश होने जा रहा है।
यह बीजेपी की मोदी सरकार का साल 2024 का अंतिम बजट होगा। इसके बाद नई सरकार बजट पेश करेगी। यह अंतरिम आम बजट पेश होगा।
बता दें इस अंतरिम बजट के बाद देश में लोकसभा चुनाव है। इसके चलते बीजेपी सरकार के द्वारा इस आम बजट में हर वर्ग को नई उम्मीदें हैं।
वहीं देश में चर्चा है कि (India Budget Facts) बीजेपी सरकार के दूसरे कार्यकाल के अंतरिम बजट में (India Budget Facts) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण हर वर्ग के लिए पिटारा खोल सकती है।
इसमें महिलाओं, बच्चों, युवाओं, ट्रांसपोर्ट, मध्यम वर्ग, गरीब वर्ग, उच्च वर्ग और किसानों के अलावा रूरल डेवलपमेंट को लेकर भी बजट में कुछ न कुछ जरूर मिलेगा।
इसके अलावा देश में (India Budget Facts) महंगाई दर को कम करने व जनता पर कोई दूसरा टैक्स न लगाने को लेकर यह बजट पेश किया जा सकता है। इस बजट की पोटली खुलने का सभी देशवासियों का इंतजार है।
इसी (India Budget Facts) बजट को लेकर हम बात कर रहे हैं कि आखिर आजादी के बाद पहली बार बजट किस तरह का पेश हुआ था।
उस दौरान जनता पर कितना टैक्स लगाया गया था। जनता को टैक्स में छूट देने की वजह क्या रही थी, इसके अलावा उस समय के तत्कालीन गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की
इसमें क्या अहम भूमिका थी आइये इस बारे में हम सिलसिलेवार जानते हैं…
लाखों लोगों के पास नहीं थी दो जून की रोटी
वर्ष 1947 में अंग्रेजों से तो मुक्ति मिली, लेकिन हिंदुस्तान के सामने एक और नई समस्या खड़ी हो गई थी। उसी समय 14 अगस्त 1947 को हिंदुस्तान और पाकिस्तान का बंटवारा हुआ था।
इसके पूर्व देश में कई राज्यों में दंगे भड़के थे, कई लोग बेघर हो गए थे। देश में भारतीयों की हालत ऐसी थी कि उनके पास दो जून की रोटी तक का संकट था।
लोगों के पास खाने तक के लिए अन्न का दाना नहीं था। देश गरीबी और भूखमंरी का शिकार था। उस दौर में पहली बार देश का (India Budget Facts) बजट पेश हुआ था।
कोई टैक्स नहीं किया था प्रस्तावित
देश का पहला (India Budget Facts) बजट कम चुनौती पूर्ण नहीं था। भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बाद लोगों के सामने दो जून की रोटी का संकट था।
ऐसे में तत्कालीन सरकार ने अपने पहले (India Budget Facts) बजट में कोई टैक्स नहीं लगाया था। बता दें इस बजट को ट्रैक्स फ्री यानी जनता से कोई टैक्स नहीं लेने का विचार उस समय के
तत्कालीन गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल का था और इसमें उनकी अहम भूमिका रही थी।
बता दें देश की पहली सरकार ने तमाम आर्थिक जरूरतों के बावजूद बजट में कोई (India Budget Facts) टैक्स प्रस्तावित नहीं किया था, जबकि देश को धन की जरूरत थी।
बता दें उस समय के प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू थे, वित्त मंत्री आरके शनमुखम चेट्टी थे। जिनके हाथ में अंग्रेजों के द्वारा दिया गया भारत देश का कंगाल खजाना था।
बजट सुन चौंक गए थे सभी मंत्री
15 अगस्त 1947 को हमारा देश आजाद हुआ। इसके बाद आजाद भारत का पहला (India Budget Facts) बजट पेश किया जाना था। वह दिन भी आ ही गया।
इसके पूर्व अंग्रेजों ने एक साल पहले यानी 1946 में भारत छोड़ने का फैसला कर लिया था। इसके चलते आजादी से पहले 2 सितंबर 1946 को अंतरिम सरकार बनाई गई।
जिसके मुखिया थे, पंडित जवाहर लाल नेहरू। ये सरकार 15 अगस्त 1947 तक कामकाज संभालती रही। अंग्रेजों के जाने के बाद बिना निर्वाचन के सरकार ही सरकार रही।
इसी सरकार ने 26 नवंबर 1947 को तय दिन, तय समय पर (India Budget Facts) बजट पेश किया।
इस (Budget 2024) बजट में जनता पर एक भी टैक्स नहीं लगाया गया। इससे देश के अर्थशास्त्री, सरकार में शामिल अन्य मंत्रीगण और जनता भी चौंक गई।
197.39 करोड़ का था पहला बजट
आजादी के बाद देश का पहला (India Budget Facts) बजट देश के पहले वित्त मंत्री रहे आरके शनमुखम चेट्टी ने पेश किया था।
यह बजट 26 जवंबर 1947 को पेश किया गया था। इस (India Budget Facts) बजट को प्रस्तुत करने के बाद भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती पाकिस्तान से आने वाले शरणार्थियों को बसाने की थी,
इसके साथ देश की मालीहालत और गरीबी, लेकिन सरकार के पास पैसा नहीं था। वहीं यह (India Budget Facts) बजट एक साल यानी 15 अगस्त 1947 से 31 मार्च 1948 तक के लिए पेश किया गया था।
देश का पहला बजट मात्र 197.39 करोड़ रुपए का पेश हुआ था। जिसका 46 फीसदी हिस्सा सिर्फ डिफेंस सर्विसेज डिपार्टमेंट को अलॉट किया गया था। इस दौरान कोई नए टैक्स का प्रावधान नहीं किया गया था।
संबंधित खबर:Budget 2024: सरकार ने मोबाइल पार्ट्स पर 5% इम्पोर्ट ड्यूटी घटाई, जानें कितने सस्ते होंगे स्मार्टफोन
स्वयं का जीवन चलाने नहीं था पैसा
बता दें 1947 की तत्कालीन (India Budget Facts) सरकार भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद देश की हालत के बारे में जानती थी। वहीं अंग्रेजों के जाने के बाद भारत की हालत बहुत खराब थी।
लोग गरीब और भूखमरी का शिकार थे। देश के किसान, व्यापारी, नौकरीपेशा से लेकर अन्य पेशों में लगे लोगों के पास स्वयं का जीवन चलाने के लिए भी पैसा नहीं था।
ऐसे में वे सरकार के द्वारा लगाए जाने वाले (India Budget Facts) टैक्स को कैसे दे पाते। इन्हीं सभी बातों को ध्यान में रखकर उस समय की सरकार ने जनता से कोई टैक्स नहीं लिया था।