बेंगलुरु। कर्नाटक के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री के.एच. मुनियप्पा ने शु्क्रवार को कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार पांच किलोग्राम चावल के बजाय लाभार्थियों के बैंक खाते में नकद पैसे भेजकर शनिवार को ‘अन्न भाग्य’ योजना की शुरुआत करेगी क्योंकि पर्याप्त मात्रा में चावल उपलब्ध नहीं है।
कांग्रेस ने पांच किलो चावल देने का किया था वादा
कांग्रेस ने चुनाव के दौरान गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) के हर परिवार को पांच किलोग्राम अतिरिक्त चावल देने का वादा किया था। राज्य सरकार ने बुधवार को मुफ्त चावल योजना के तहत अतिरिक्त पांच किलोग्राम चावल के लिए लाभार्थियों के खाते में 34 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से नकद भुगतान करने का फैसला किया है।
कर्नाटक के दक्षिणी और उत्तरी हिस्सों में जरूरत
मंत्री ने कहा कि सरकार कुल अतिरिक्त पांच किलोग्राम के अंतर्गत कर्नाटक के दक्षिणी और उत्तरी हिस्सों में जरूरत के मुताबिक क्रमशः चावल के बजाय दो किलोग्राम रागी और ज्वार को शामिल करने की योजना बना रही है, क्योंकि इन अनाजों को इन दोनों क्षेत्रों में मुख्य भोजन माना जाता है।
99 फीसदी लाभार्थियों के पास बैंक खाता
राज्य के दक्षिणी जिस्से में दो किलो रागी और तीन किलोग्राम चावल देने की योजना है, जबकि उत्तरी कर्नाटक में दो किलोग्राम ज्वार और तीन किलोग्राम चावल देने की योजना है। मुनियप्पा ने कहा, ‘‘योजना कल से शुरू होगी। लाभार्थियों के बैंक खाते में भुगतान किया जाएगा। हमें सूचना मिली है कि 99 फीसदी लाभार्थियों के पास बैंक खाता है।
जिन लोगों का बैंक में खाता नहीं है और उनके पास राशन कार्ड है, उन्हें बैंक में खाता खोलना होगा। हमने कह दिया है कि प्रत्येक लाभार्थी व्यक्ति को पांच किलोग्राम अनाज के बदले 34 रूपये प्रति किलोग्राम की दर से नकद पैसे दिये जाएंगे।’’
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