Aaj Ka Mudda: मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार ने भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टालरेंस की नीति अपना रखी है। भ्रष्ट अधिकारियों पर लगातार कार्रवाई हो रही है। चुनाव से पहले भ्रष्टाचार पर सरकार के वार ने प्रदेश की सियासत को भी गरमा दिया है। कांग्रेस इस मसले पर बीजेपी को घेरने की कोशिश कर रही है।
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सीएम शिवराज की अफसरों को ये हिदायत कई मायनों में अहम है। भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टालरेंस की नीति पर शिवराज सरकार आगे बढ़ रही है। जिस तरह से एक के बाद एक भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई हो रही है, उससे भी ये साफ है कि, सरकार भ्रष्ट अधिकारियों को बख्शने के मूड में कतई नहीं है। कुछ दिन पहले ही सरकार ने ऐसे कुछ अधिकारियों पर कार्रवाई की, जो भ्रष्टाचार के मामले में दोषी पाए गए। उसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी अधिकारियों दो टूक कह दिया कि, अगर भ्रष्टाचार किया तो उनपर सरकार नरमी नहीं बरतेगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही को अच्छे से समझ रहे है और जो अधिकारी भ्रष्टाचार के मामले में लिप्त मिल रहे है उनपर कार्रवाई भी हो रही है। लेकिन भ्रष्टाचार पर इस सख्ती को कांग्रेस मुद्दा बनाने में जुटी है। भ्रष्टाचार के मसले पर कांग्रेस का अपना नजरिया है।
चुनाव नजदीक है तो कांग्रेस भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बीजेपी को घेरने की कोशिश तो करेगी ही लेकिन भ्रष्टाचार और अधिकारियों की लपरवाही के मामले पर सीएम मंच से ही कई दाफ कार्रवाई कर चुके हैं और अब भ्रष्टाचार को लेकर शिवराज सरकार ने जीरो टालरेंस की नीति अपना ली है।
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