Spy Balloon: जहां कुछ दिन पहले ही अमेरिका ने अपने हवाई क्षेत्र में दिखे गुब्बारों को मिसाइल अटैक से मार गिराया था। गुब्बारों को लेकर दावा किया जा रहा था वह चीन की तरफ से उड़ाया गया जासूसी गुब्बारा था। जिसके बाद उसपर एक्शन लिया गया था। वहीं इस मामले में पहली बार चीन ने स्वीकार किया है कि अमेरिकी आसमान में दिखे गुब्बारें चीन के ही थे।
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने गुब्बारों के संबंध में सवाल पर पत्रकारों से कहा, ‘‘लैटिन अमेरिका के ऊपर उड़ रहे गुब्बारों के बारे में यह सत्यापित हुआ है कि वह चीन के मानवरहित वायुयान हैं, वे असैन्य प्रकृति के हैं और उनका उपयोग उड़ान के परीक्षण के लिए हुआ था।’’
मौसम की निगरानी कर रहे थे
गौरतलब है कि 4 फरवरी को अमेरिकी सेना ने एक संदिग्ध चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया था जो कई दिनों तक अमेरिकी महाद्वीप के ऊपर उड़ता रहा था। ऐसा पहली बार है जब चीन ने स्वीकार किया है कि लैटिन अमेरिका के दो देशों के ऊपर उड़ने वाले गुब्बारे उसके थे। चीन ने जासूसी करने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि गुब्बारे मौसम की निगरानी कर रहे थे। वहीं इस घटना को लेकर वाशिंगटन और बीजिंग (अमेरिका और चीन) के बीच कूटनीतिक गतिरोध शुरू हो गया है।
दबाव में गिराया गुब्बारा
बताया जा रहा है कि अमेरिका की विपक्षी पार्टी रिपब्लिकन (Republicans) लगातार जो बाइडेन पर चीन के प्रति नरम रुख अपनाने को लेकर हमले कर रही थी। ऐसे में 2024 के चुनावों से पहले जनता को अपनी तरफ लाने के लिए जो बाइडेन ने गुब्बारे को नीचे गिराने का फैसला लिया। हालांकि इससे पहले अमेरिकी दूतावास ने गुब्बारों के लेकर चीनी दूतावास से स्पष्टीकरण मांगा था। जिसके बाद भी जांच एजेंसी संतुष्ट नहीं हुई। फिर क्या था अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने गुब्बारों के दक्षिण कैरोलिना तट के पास मार गिराया था।