Raju Srivastava passes away : आज उस महान हस्ती ने दुनिया को अलविदा कह दिया जो दुनिया को किसी भी परिस्थिति में हंसने को मजबूर कर देता था। आज देश के जाने माने कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। राजू श्रीवास्त के निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर है उन्हें राजधानी दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। वह जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे थे। राजू श्रीवास्तव की हालत गंभीर बताई जा रही थी। हालांकि उनकी हालत में कुछ तो सुधार हुआ था। राजू की सलामती के लिए दुनिया भर में फैन्स उनके लिए दुआएं कर रहे थे। लेकिन राजू श्रीवास्तव ने दुनिया को अलविदा कह दिया।
कौन है राजू श्रीवास्तव
राजू श्रीवास्तव उत्तरप्रेदश के रहने वाले हैं। उनका जन्म मिडिल क्लास फैमिली में हुआ था, लेकिन उन्होंने अपने मेहनत से कॉमेडी की दुनिया में मुकाम हासिल किया था। राजू श्रीवास्तव आलीशान घर में रहते थे। वह लग्जिरियस लाइफ स्टाइल जीते थे। राजू श्रीवास्तव को कला उनके पिता से विरासत में मिली थी। राजू के पिता भी रमेश चंद्रा श्रीवास्तव थे जो खुद एक कवि थे। राजू बचपन से ही लोगों की मिमिक्री किया करते थे। वो हमेशा से कॉमेडियन बनना चाहते थे। राजू टीवी शोज, कॉमेडी शोज अवॉर्ड होस्ट करते थे। वह एक कॉमेडी शो से लाखों रुपया चार्ज करते थे। राजू श्रीवास्त के पास कुल 15 से 20 करोड़ की संपत्ति थी। श्रीवास्तव ने 1 जुलाई 1993 को लखनऊ की शिखा से शादी की थी। दोनों के दो बच्चे अंतरा और आयुष्मान हैं। साल 2010 में, श्रीवास्तव को पाकिस्तान से धमकी भरे फोन आए और चेतावनी दी कि वह अपने शो के दौरान अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और पाकिस्तान पर मजाक न करें।
राजू श्रीवास्तव का करियर
राजू श्रीवास्तव कॉमेडी की दुनिया में एक जाना माना नाम है। उन्होंने भारतीय स्टेज शो के साथ-साथ विदेशों में भी प्रदर्शन किया है। शुरुआत में उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों में छोटे-छोटे रोल करके तरक्की की। राजश्री प्रोडक्शंस की ‘मैंने प्यार किया’ नाम की फिल्म में राजू का एक छोटा सा हिस्सा था। उन्हें बाजीगर, बॉम्बे से गोवा जैसी प्रसिद्ध फिल्मों में भी छोटी भूमिकाए। निभाई। राजू श्रीवास्तव के राजनीतिक करियर की बात करें तो कानपुर में, राजू श्रीवास्तव को लोकसभा चुनाव के लिए वर्ष 2014 में समाजवादी पार्टी द्वारा एक राजनेता के रूप में मैदान में उतारा गया था। लेकिन, उन्होंने 11 मार्च 2014 को यह दावा करते हुए अपना टिकट वापस कर दिया कि उन्हें पार्टी की स्थानीय इकाइयों से उचित समर्थन नहीं मिल रहा है। इन सबके बाद, वह 19 मार्च 2014 को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए।