नई दिल्ली। अपने बच्चों के भविष्य को Sukanya Samriddhi Yojana (SSY) लेकर हर कोई चिंतित mera finence news रहता है। ऐसे vyapar news में बात जब बच्चियों की आए तो ये चिंता और अधिक बढ़ जाती है। Sukanya Samriddhi Yojana (SSY) New Rules इस समय काम आने वाली चीज है सुकन्या समृद्धि योजना। आपको बता दें केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना में लड़कियों को एक मुश्त राशि दी जाती है। लेकिन आपको बता दें कि सरकार द्वारा इसके जुड़े नियमों में कुछ बदलाव किया गया है। जिसे आपको जानना भी जरूरी है। तो चलिए जान लें क्या हैं ये नियम।
तीन बेटियों के नाम खोल सकेंगे अकाउंट —
आपको बता दें मोदी सरकार (Modi Government) की तरफ से शुरू की गई सुकन्या योजना में अभी तक जो नियम था उसके अनुसार दो बेटियों के नाम पर खाते पर ही 80C के तहत टैक्स छूट मिलती थी। लेकिन अब जो नियम में बदलाव किया गया है उसके अनुसार तीसरी बेटी होने की स्थिति में भी छूट दी जाएगी। पर आपको बता दें ये तीसरी बेटी का विकल्प जुड़वा बेटियों के लिए है। यानि अगर एक बेटी के बाद दो जुड़वां बेटियां होती हैं तो उन दोनों के लिए भी खाता खोलने का प्रावधान किया गया है। यानि अब Sukanya Samriddhi Yojana में एक साथ तीन बेटियों के नाम पैसा जमा कर सकते हैं। साथ ही उस पर टैक्स छूट क्लेम कर सकते हैं।
डीएक्टिवेट होने पर भी मिलेगा ब्याज
आपको बता दें इस योजना में अगर आपने भी बेटी के नाम पर ये अकाउंट खुलवाया है तो अब सालाना न्यूनतम 250 रुपए जमा करना जरूरी है। इतना ही नहीं इसके लिए साल में अधिकतम डेढ़ लाख रुपए तक जमा किए जा सकते हैं। लेकिन कभी कभी होता यू हैं कि अक्सर लोग न्यूनतम राशि जमा करना भूल जाते हैं। जिसके बाद अकाउंट डिफॉल्ट कैटेगरी में चला जाता है इस स्थिति में उसे ब्याज भी नहीं मिलता था। लेकिन अब नए नियमानुसार पेनाल्टी के साथ अकाउंट को दोबारा एक्टिवेट कराने की सुविधा दी जा रही है। अब नए नियमों में खाते को दोबारा एक्टिव नहीं कराने पर मैच्योरिटी तक अकाउंट में जमा राशि पर ब्याज मिलता रहेगा। जबकि पहले ऐसा नहीं था।
उम्र सीमा 10 से बढ़ कर हुई 18 —
अभी तक बेटियां 10 साल की उम्र तक खाते को ऑपरेट करने की सुविधा नहीं थी। लेकिन अब इसमें बदलाव करके 18 वर्ष कर दिया गया है। यानि अब लड़कियां 18 वर्ष की उम्र तक अपने अकाउंट को अपडेट नहीं कर पाएंगे। 18 वर्ष तक अभिभावक या माता-पिता ही खाते को ऑपरेट करेंगे। इतना ही नहीं 18 की होने पर बेटी को अकाउंट सौंप दिया जाएगा।
गलत ब्याज अब नहीं होगा वापस
अभी तक जो नियम चल रहा था उसके अनुसार अकाउंट में गलत ब्याज क्रेडिट होने की स्थिति में उस ब्याज को वापस ले लिया जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। बदले हुए नियमों के अनुसार ब्याज क्रेडिट होने के बाद उसे वापस लेने का प्रावधान हटा लिया गया है।यानि एक बार ब्याज का पैसा आ जाने पर उसे दोबारा वापस नहीं लिया जाएगा। ये ब्याज हर वित्त वर्ष के आखिर में क्रेडिट किया जाएगा।
इस स्थिति में भी बदल सकेंगे अकाउंट
इसमें किए गए पांचवे बदलाव के अनुसार ‘Sukanya Samriddhi Yojana’ में बेटी की मौत या बेटी का पता बदलने की स्थिति में अकाउंट को बंद किया जा सकता था। लेकिन अब इसमें एक कंडीशन और जोड़ दी गई है जिसके अनुसार अकाउंटहोल्डर को जानलेवा बीमारी होने की स्थिति को भी इसमें जोड़ दिया गया है। अभिभावक की मौत होने पर भी समय से पहले अकाउंट बंद किया जा सकता है।
Sukanya Samriddhi Yojna : मात्र 250 रुपए के निवेश से अपकी बेटी का भविष्य होगा सुरक्षित! जानें कैसे
क्या है सुकन्या समृद्धि योजना —
आपको बता दें Sukanya Samriddhi Yojana: बच्चों के भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सरकार द्वारा तमाम तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन्ही में से एक है ‘सुकन्या समृद्धि योजना’। जो मुख्य रूप से बेटियों के लिए है। आपको बता दें इस योजना में सरकार सालाना 7.60 फीसदी ब्याज (Sukanya Samriddhi Yojana Interest rate) देती है। जिसमें मिलने वाला ब्याज तिमाही होता है। इतना ही नहीं इस योजना में इनकम टैक्स (Income tax) की धारा 80C के तहत टैक्स में छूट भी मिलती है। साथ ही खाते में जमा रकम, मिलने वाले ब्याज और मैच्योरिटी राशि टैक्स भी फ्री होती है। पर ध्यान रखने वाली बात ये है कि इनकम टैक्स छूट के लिए अधिकतम 1.50 लाख रुपए निवेश कर सकते हैं।
ये मिलता है फायदा –
सुकन्या समृद्धि योजना को 2015 में लॉन्च किया गया थाण् यह सरकार की एक छोटी बचत योजना है। यही कारण है कि इस योजना में जमा रकम पर सुरक्षा के साथ रिटर्न मिलने की भी गारंटी है। सुकन्या समृद्धि योजना में किए गए निवेश पर आयकर कानून की धारा 80 C के तहत टैक्स छूट का लाभ भी लिया जा सकता है। इसके अलावा इस योजना की मैच्योरिटी पर मिलने वाला ब्याज भी टैक्स फ्री होता हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश कर अभिभावक अपनी लाडली की पढ़ाई लिखाई व शादी में होने वाले खर्च आसानी से पूरे कर सकते हैं। इस स्कीम में न्यूनतम 250 रुपये से अकाउंट खुलवा सकते हैं इसमें सालाना जमा कराने की सीमा 1.50 लाख रुपये है। 10 साल या उससे कम उम्र की लड़की के अभिभावक या माता-पिता अकाउंट खुलवा सकते हैं। यह योजना 21 साल में मैच्योर होती है। खास बात यह है कि अकाउंट खुलवाने के 15 साल तक ही पैसे जमा करना होता है।