भोपाल। आप ने यह बात अक्सर ही सुनी होगी कि इस दुनिया में सबसे बड़ा रिश्ता बच्चों का मां से रहता है ,लेकिन यह बात भी उतनी ही सच है कि पिता कि अहमियत भी उतनी ही रहती है जितनी मां कि रहती है। मां बच्चे को जन्म देती है तो पिता उनके भरण पोषण और बच्चों के सपनो को साकार करने के लिए दिन-रात कढ़ी मेहनत करता है। एक पिता अपनों बच्चों को समाज के आदर्शों से अवगत करा के उन्हें समाज की हर बुराई से बचाता है। मां सरल ह्रदय रखकर अपना मातृत्व बच्चों पर लुटाती है लेकिन पिता को बच्चों को सिद्धांत और आदर्शवादी बनाने के लिए थोड़ा कठोर बनना पड़ता है। अक्सर देखा गया है कि पिता बच्चों पर उस तरह से प्यार नहीं जता पाते जिस तरह मां जताती है। मां बच्चे को नो माह तक कोख में रहती है लेकिन पिता के बारे में कहा जाता है पिता नो माह तक अपने बच्चे को मनस में रखते है। पिता अपने बच्चों कि खुशियों के लिए जीवन भर संघर्ष करता है। पिता के इसी त्याग,समर्पण को सम्मान देने के लिए फादर्स डे मनाया जाता है। आइए जानते है कि कैसे और क्यों हुई इस दिन को मनाने की शुरुआत हुई।
इस दिन है फादर्स डे
दुनियाभर में पिता के प्रति अपना प्यार और सतकार देने के लिए हर साल जून के तीसरे रविवार के दिन फादर्स डे मनाया जाता है। हर साल फादर्स डे मनाया जाता है। इस साल जून का तीसरा संडे 19 जून 2022 को पड़ रहा तो इस बार 19 जून 2022 को फादर्स डे मनाया जाएगा। पहली बार फादर्स डे 1910 को मनाया गया था उसके बाद से ये प्रथा शुरू हो गई।
यहां से हुई फादर्स डे की शुरुआत
पहली बार फादर्स डे मनाने की शुरुआत वाशिंगटन के स्पोकेन शहर में हुई थी। इसी शहर में 19 जून 1910 को फादर्स डे मनाया गया। बेटी ने की थी इस दिन की शुरुआत,पिता को सम्मान देने के लिए वाशिंगटन की एक बेटी ने इस दिन की शुरुआत की थी उसका कहना था कि उसके पिता मां उसके लिए से भी बढ़कर थे। फादर्स डे कि शुरुआत के पीछे जुडी है पिता-पुत्री की दिलचस्प कहानी आइए जानते है।
इसलिए हुई फादर्स डे की शुरुआत
वाशिंगटन के स्पोकेन शहर में रहनी वाली सोनोरा जिसकी मां की मौत के बाद ने पिता ने ही मां का कर्तव्य निभाते हुए अपने बच्चों की परवरिश की। पिता ने ही सोनोरा को मां का प्यार भी दिया और पिता के दायित्व का भी निर्वाहन किया। जितना प्यार सोनोरा के पिता उससे करते थे ,उतना की प्यार सोनोरा भी उसने करती थी सोनोरा को अपनी कमी कभी महसूस नहीं हुई।
सोनोरा ने दायर की याचिका
दरअसल सोनोरा लुईस के पिता का जन्म जून में हु था इसलिए वो चाहती थी की फादर्स डे मनाने की शुरुआत जून में ही हो इसलिए उन्होंने याचिक में फादर्स डे मनाने के लिए जून माह ही चुना यहां तक अपनी याचिका को सफल कराने के लिए उन्होंने यूएस तक में कैंप लगाए जिसके बाद उनकी मेहनत रंग लाई और 19 जून 1910 को पहली बार फादर्स डे मनाया गया।
ऐसा रहा फादर्स डे का इतिहास
19 जून 1910 के बाद 1916 में अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने फादर्स डे मनाने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। इसके बाद 1924 में राष्ट्रपति कैल्विन कूलिज ने फादर्स डे को राष्ट्रीय आयोजन करने की घोषणा कर दी। बाद में 1966 में राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने फादर्स डे को जून के तीसरे रविवार को मनाने का ऐलान कर दिया जिसके बाद से अभी तक हर साल जून के तीसरे रविवार को ही फादर्स डे मनाया जाता है।