INDIA: 1947 को ब्रिटिश भारत के बंटवारे के बाद भारत और पाकिस्तान(INDIA&PAKISTAN) दो देश अलग हो गए।इन देशों के अलग होने के साथ ही इनका प्रशासन(administration) भी अलग हो गया ।आपको बता दें भारते में सबसे प्रतिष्ठित सेवा के रूप में संघ लोक सेवा आयोग(UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (civil services exam) जानी जाती है(UPSC-CSE)।इसे पास करने के बाद छात्र कलेक्टर(IAS),एसपी(SP),और तमाम बड़े पदों को पाते हैं।क्या आप ने कभी सोचा है कि पाकिस्तान में कैसे बनते है कलेक्टर,एसपी? या फिर पाकिस्तान में कलेक्टर एस पी होते भी हैं?हम इस खास खबर में आपको बताएंगे कि पाकिस्तान में किस तरह की ब्यूरोक्रेसी यानि कि अफसरशाही है।
आजादी के समय-civil services
15 अगस्त 1947 से पहले जब भारत-पाकिस्तान को मिलाकर एक ब्रिटिश भारत था तो उस वक्त प्रशासनिक सेवा को इंपेरियल सिविल सर्विस(imperial civil services) कहा जाता था। लेकिन, बंटवारे के बाद के बाद से दोनों देशों की व्यवस्थाएं अलग-अलग हो गईं। यहां भारत में इंडियन सिविल सर्विस एग्जाम है तो सरहद के पार पाकिस्तान में इस परीक्षा को सेंट्रल सुपीरियर सर्विसेज एग्जाम (central superior services-CSS) कहा जाता है।
पाकिस्तान की परीक्षा का क्या है हाल?
आप जानते ही हैं कि भारत में सिविल सर्विसेस एक्जाम कराने की जिम्मेदारी संघ लोक सेवा आयोग यानी UPSC के पास है।तो हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान में यह परीक्षा फेडरल पब्लिक सर्विस कमीशन करवाता है।रोचक बात ये है।दोनों देशों में सिविल सर्विस की परीक्षा पास करना बेहद ही कठिन है। पाकिस्तान के नागरिक भी इस परीक्षा को बहुत ही मुश्किल परीक्षा मानते हैं।आपको बता दें पाकिस्तान की इस परीक्षा को देने के लिए वहां के छात्रों की उम्र 21 से 30 साल होनी चाहिए।भारत की ही तरह यहां भी परीक्षा पास करने में छात्रों के छक्के छूट जाते हैं। कहते हैं यह परीक्षा इतनी मुश्किल होती है कि महज 8 फीसदी कैंडिडेट ही इसमें सेलेक्ट हो पाते हैं।
पाकिस्तान में कितने चरण में होती है परीक्षा
भारत में होने वाली सिविल सेवा परीक्षा में तीन चरण होते हैं।प्रारंभिक परीक्षा,मुख्य परीक्षा,साक्षात्कार परीक्षा।वहीं पाकिस्तान की सिविल सर्विस परीक्षा यानि कि फेडरल पब्लिक सर्विस कमीशन(federal services commission) परीक्षा दो चरणों में होती है। पाकिस्तान में लिखित और इंटरव्यू का चरण होता है। एफपीएससी(FPSC) टेस्ट में 12 डिफरेट सब्जेक्ट होते हैं। इसमें 6 विषय अनिवार्य और 6 ऑप्शनल है।
वहां एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस को क्या बोलते हैं?
जिस तरह भारत में यूपीएसएसी सिविल सर्विस परीक्षा के बाद आईएएस, आईपीएस आदि का चयन होता है… वैसे पाकिस्तान में जिसका चयन होता है पीएएस। यानी पाकिस्तान में आईएएस के समकक्ष अधिकारी को पीएएस कहा जाता है और इसका मतलब है पाकिस्तान एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस। अब आप समझ होंगे कि भारत में ब्यूरोक्रेसी पाकिस्तान से कितनी मिलती जुलती है।