गाजियाबाद। दुनिया के करीब 27 देशों में Monkeypox In India Big Breaking : पांच साल की बच्ची में मिले मंकी पॉक्स के लक्षण, स्वास्थय विभाग में हडकंप, जांच के लिए भेजा सैंपल फैल चुके मंकी पॉक्स ने भारत में दस्तक दे दी है। गाजियाबाद में 5 साल की बच्ची में इसके लक्षण मिलने से दहशत का माहौल है। आपको बता दें सीएमओ ने इसकी जानकारी देते हुए बताया है कि बच्ची के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है। उनके अनुसार बच्ची के शरीर पर रैशेज और खुजली की शिकायत थी। हालांकि बच्ची को अन्य किसी भी प्रकार की शारीरिक समस्या नहीं है। मीडिया को दी गई जानकारी के अनुसार न तो बच्ची ने और न ही उसके किसी रिश्तेदार या करीबी ने विदेश यात्रा की है।
केंद्र सरकार ने जारी की थी गाइड लाइन —
आपको बता दें इसके पहले Monkeypox Crisis मंकीपॉक्स के कहर को देखते हुए केंद्र सरकार ने मंगलवार को विशेष गाइडलाइन जारी की थी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए राज्यों को कुछ उपाय सुझाए थे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने रोग पर नियंत्रण के लिए विस्तृत गाइडलाइन शेयर की थी। केंद्र सरकार ने मंकीपॉक्स को लेकर जारी दिशानिर्देश में कहा था कि राज्य और केंद्र शासित प्रदेश इंसानों से इंसानों में मंकीपॉक्स को फैलने से रोके। सरकार ने कहा था कि जल्द से जल्द संक्रमण के मामलों की ट्रेसिंग की जाए और केस को फैलने से रोका जाए। केंद्र सरकार ने मंकीपॉक्स वायरस को लेकर कंटेनमेंट जोन बनाने की सलाह थी दी थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने हर राज्य के अस्पतालों को निर्देश दिया थे। ऐसे मरीजों पर नजर रखने को कहा था जिनमें मंकीपॉक्स संक्रमण के लक्षण सामने आए हैं। जो मंकीपॉक्स से संक्रमित हो गए हों उन पर कड़ी नजर रखी जाए।
केंद्र सरकार ने अपने दिशानिर्देश में कहा था। कि भारत को मंकीपॉक्स संक्रमण से बचने के लिए तैयार रहना होगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि संक्रमण के सोर्स का जल्द से जल्द पता लगाया जाए, जिससे संक्रमण को स्थानीय स्तर पर रोक दिया जाए। संक्रमित मरीजों को अलग कर दिया जाए। कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की जाए और लोगों में संक्रमण फैलने से रोका जाए।
खतरनाक है मंकीपॉक्स?
मंकीपॉक्स संक्रमण, स्मालपॉक्स से कम खतरनाक है। 27 देशों में इसे एंडेमिक के तौर पर लिस्ट किया गया है। यह जानवरों के काटने से या मीट से भी फैल सकता है। इसके लक्षणों में तेज बुखार और शरीर पर दानों का उभरना भी शामिल है। शरीर में अगर अलग लक्षण दिखें तो ऐसी स्थिति में तत्काल डॉक्टर को सूचित करना चाहिए।