उत्तरप्रदेश। Lalitpur Gangrape Case इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है जहां पर दरिंदगी ने अपनी इतनी हद पार कर ली कि, वह कानून व्यवस्था के हाथों भी सुरक्षित नहीं बची। जिसमें गैंगरेप की शिकार हुई युवती शिकायत दर्ज करने पहुंची तो इधर टीआई ने भी न्याय दिलाने की बजाय दुष्कर्म किया है।
जानें क्या है पूरा मामला
आपको बताते चलें कि, यह मामला ललितपुर के पाली थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है जहां पर पीड़ित का सामूहिक दुष्कर्म 22 अप्रैल को हुआ था। जिसकी शिकायत दर्ज करने वह थाना पाली पहुंथी। लेकिन उसे यह नहीं पता था कि, न्याय दिलाने की बजाय कानून फिर से दुष्कर्म की वारदात दोहरा देगा। बताते चलें कि, दुष्कर्म पीड़िता का थाना प्रभारी ने भी अपनी हवस का शिकार बना लिया। जिसके बाद महिला एसपी कार्यालय पहुंची और रो-रोकर अपनी अपने साथ हुए दुष्कर्म की कहानी बयां की। इस मामले पर एसपी निखिल पाठक (Nikhil Pathak) ने बड़ा एक्शन लेकर कार्रवाई की है।
एसएचओ को मामले में किया निलंबित
आपको बताते चलें कि, इस मामले में एसपी पाठक ने बड़ी कार्रवाई की है। जहां पर आरोपी एसएचओ को लाइन हाजिर करने के बाद केस दर्ज करने का आदेश दिया था. इस मामले में एसएचओ, पीड़िता की मौसी और चार अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। मामले में आगे छह आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करने के साथ ही एक आरोपी को हिरासत में लिया है। वहीं पर आरोपी एसएचओ को निलंबित कर दिया गया है।