2021-22 के लिये ईपीएफ ( Employee Provident Fund) के ब्याज दर ( Interest Rate) का ऐलान शनिवार 12 मार्च 2022 को हो जायेगा। इस बात की जानकारी श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने शुक्रवार को एक बैठक के दौरान दी , उन्होंने कहा की कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) शनिवार को इस साल के लिए ब्याज दर की घोषणा करेगा। दरअसल गुवाहाटी में ईपीएफ के केंद्रीय न्यासी बोर्ड की दो दिवसीय बैठक के पहले दिन की अध्यक्षता करने के बाद, श्री यादव ने कहा कि पीएफ पर ब्याज दर की घोषणा शनिवार को की जाएगी। उन्होंने कहा कि पिछली सीबीटी बैठक में गठित चार समितियों ने 18 बैठकें कीं और इन बैठकों में “कुछ महत्वपूर्ण रास्ते सुझाए” है ।
क्या हो सकती है इस बार की दर
बता दे की ईपीएफओ ने वित्त वर्ष 2020-21 और इससे पिछले वित्त वर्ष में 8.5 फीसदी ब्याज दिया था। खाताधारकों के खाते में ब्याज की रकम को ट्रांसफर किया जा चुका है। इस बार भी ऐसा माना जा रहा है कि 2021-22 के लिये ईपीएफ ब्याज दर 8.5 फीसदी ही रहने के आसार हैं या बढ़ने के भी आसार हैं। अगर सब कुछ ठीक रहा और इसके ब्याज दर बढ़ते हैं तो यह कर्मचारियों के लिए होली का गिफ्ट हो सकता है। हालांकि रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते शेयर बाजारों में भारी देखी जा रही है जिसे देखते हुए ब्याज दर को घटाया भी जा सकता है।
इसके साथ ही इस बैठक में ईपीएफओ के पास पड़ी बिना दावे वाली राशि से 100 करोड़ रुपये वरिष्ठ नागरिक कल्याण कोष में ट्रांसफर करने का प्रस्ताव भी पेश किया जाएगा।बात करे अगर वित्त मंत्रालय की ओर से 2015 में जारी नोटिफिकेशन की तो उसे हिसाब से , ईपीएफ, पीपीएफ और अन्य बचत योजनाओं में पड़ी बिना दावों की रकम को सात साल बाद वरिष्ठ नागरिक कल्याण कोष में ट्रांसफर कर दिया जाए।
सरकार द्वारा ईपीएफओ की इन्क्रीमेंटल इनकम में से पांच फीसदी तक ऑल्टरनेटिव इनवेस्टमेंट फंड्स (AIF) में निवेश करने का प्रस्ताव दिया है। इस मीटिंग में भी इस पर चर्चा होगी।EPFO में हर महीने लगभग 15000-16000 करोड़ रुपये जमा किया जा रहा है। सम्भावना ये भी है कि 2021-22 में EPFO का डिपॉजिट 1.8 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1.9 लाख करोड़ रुपये के बीच हो सकता है।बताते चले की इस डिपोसिट में से 15 फीसदी रकम का निवेश Equity में और बाकी बचे रकम को Debt Instrument में निवेश किया जाता है। डिपोसिट ज्यादा होने के कारण EPFO अपनी इन्वेस्टमेंट को बढ़ा भी सकती है।
EPFO : कर्मचारी भविष्य निधि के ब्याज दर में सरकार ने की कटौती, पिछले 40 साल में सबसे कम हुई ब्याज दर