नई दिल्ली। 12 जनवरी (भाषा) उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने बुधवार को स्वामी विवेकानंद को उनकी जयंती पर श्रद्धंजलि अर्पित की और युवाओं से अपने जीवन को सार्थक बनाने के लिए उनके जीवन का अध्ययन करने व उसका अनुकरण करने का आह्वान किया। स्वामी विवेकानंद को भारत की सनातन आध्यात्म परंपरा का नवप्रवर्तक बताते हुए नायडू ने कहा कि उन्होंने अपने आदर्श विचारों और उत्कृष्ट वाकपटुता से भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की ओर दुनिया का ध्यान आकृष्ट किया।
उपराष्ट्रपति कार्यालय की ओर से किए गए ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘‘इस भ्रम को मिटा दो कि तुम निर्बल हो, तुम एक अमर आत्मा हो, स्वच्छंद हो, धन्य हो, सनातन हो। स्वामी विवेकानंद का जन्म दिन राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। युवा स्वामी जी के वांग्मय का अध्ययन करें, जीवन में उसका अनुकरण करें, राष्ट्रीय जीवन में स्वयं को सार्थक बनाएं।’’
"इस भ्रम को मिटा दो कि तुम निर्बल हो, तुम एक अमर आत्मा हो, स्वच्छंद हो, धन्य हो, सनातन हो."
स्वामी विवेकानंद का जन्म दिन #राष्ट्रीय_युवा_दिवस के रूप में मनाया जाता है। युवा स्वामी जी के वांग्मय का अध्ययन करें, जीवन में उसका अनुकरण करें, राष्ट्रीय जीवन में स्वयं को सार्थक बनाएं।
— Vice-President of India (@VPIndia) January 12, 2022
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘‘पूर्ण रूप से निःस्वार्थ व्यक्ति ही सबसे सफल व्यक्ति होता है। भारत की सनातन अध्यात्म परंपरा के नव-प्रवर्तक स्वामी विवेकानंद की जन्म जयंती पर, राष्ट्र के क्रांतिकारी आध्यात्मिक गुरु को सादर नमन!’’ स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
"पूर्ण रूप से निःस्वार्थ व्यक्ति ही सबसे सफल व्यक्ति होता है"
भारत की सनातन अध्यात्म परंपरा के नव-प्रवर्तक स्वामी विवेकानंद की जन्म जयंती पर, राष्ट्र के क्रांतिकारी आध्यात्मिक गुरु को सादर नमन! #SwamiVivekananda pic.twitter.com/iGvr5LneoL
— Vice-President of India (@VPIndia) January 12, 2022