भोपाल। देवास के नेमावर में आदिवासी परिवार का नरसंहार मामला 6 महीने बाद फिर सुलग रहा है। परिवार की जिंदा बची इकलौती बेटी भारती कास्डे आरोपियों को सजा दिलाने के लिए खुद सिर पर कफन बांधकर न्याय यात्रा लेकर निकल पड़ी हैं। नेमावर से 1 जनवरी से शुरू हुई यात्रा 11 दिन बाद को भोपाल पहुंची। न्याय यात्रा खरगोन विधायक रवि जोशी के बंगले से पांच कदम ही आगे बढ़ी, तभी पुलिस ने रोक लिया। पुलिस भारती को गाड़ी से राजभवन ले गई है। यात्रा में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा भारती से मिलने पहुंचे। कांतिलाल भूरिया भी पहुंचे। उधर राज्यपाल को ज्ञापन देने जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस पर साधा निशाना
प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि यह दुर्भाग्य का विषय है संवैधानिक पद पर बैठे प्रदेश के महामहिम राज्यपाल मंगू भाई के लिए जिस प्रकार के शब्दों का प्रयोग कांग्रेस नेतृत्व द्वारा किया गया है। यह अत्यंत दुर्भाग्यजनक है। नेमावर में जिस प्रकार की घटना हुई,बेहद गंभीर घटना है। उसमें सरकार ने प्रभावी कार्रवाई की है।कोई नहीं बचा है, सब जेल चले गए हैं। सीबीआई इंक्वायरी मुख्यमंत्री जी ने डिक्लेअर की है। उसके बाद भी नौटंकी करते हुए दिग्विजय सिंह इस प्रदेश का वातावरण बिगाड़ने के लिए सज्जन सिंह जैसे को लेकर राजभवन जाते हैं।राजभवन के सामने भीड़ के साथ यह कहते हैं कि ट्रायबल राज्यपाल उनकी सहायता नहीं कर सकते हैं, तो राज्यपाल के लिए किन शब्दों का इस्तेमाल किया गया है ऐसी जिंदगी से मौत भली। एक संवैधानिक पद पर बैठे हुए राज्यपाल के लिए ऐसे शब्दों का प्रयोग करना,कोरोना के डर कारण राज्यपाल बाहर नहीं निकल रहे।यह कोई सामान्य घटना नहीं है। इस पर कड़ी कार्रवाई होना चाहिए,पूरा मध्य प्रदेश आक्रोशित है।
मध्य प्रदेश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल जी के खिलाफ़ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह व सज्जन सिंह वर्मा की अमर्यादित और बेहूदा टिप्पणी निंदनीय है।
कांग्रेस का जनजातीय वर्ग से द्वेष इस चरम पर है कि उस वर्ग के प्रतिनिधि की मौत की कामना कर रहे हैं! pic.twitter.com/brIOQlbGhO
— VD Sharma (@vdsharmabjp) January 11, 2022