नई दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा मुस्लिम बच्चों से सूर्य नमस्कार के कार्यक्रमों से दूर रहने की अपील किए जाने के बाद बुधवार को इस संगठन पर निशाना साधते हुए कहा कि यह ‘फर्जी फतवा की फैक्ट्री की एक और फुलझड़ी’ है, लेकिन पूरी दुनिया को पता है कि सूर्य नमस्कार से ऊर्जा मिलती है। नकवी ने बोर्ड की अपील से जुड़ी खबरें साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘फर्ज़ी फतवा फैक्ट्री की एक और फुलझड़ी…. इन्हें सूर्य से एलर्जी है या नमस्कार से, यह तो इनकी कुन्द बुद्धि जाने? पर सूर्य और नमस्कार दोनों ऊर्जा देते हैं, यह दुनिया भर को पता है।’’
देश के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों का सम्मान करना चाहिए
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मंगलवार को कहा था कि सूर्य नमस्कार के कार्यक्रमों में मुस्लिम समुदाय के बच्चों को शामिल नहीं होना चाहिए, क्योंकि सूर्य की उपासना करना इस्लाम धर्म के मुताबिक सही नहीं है। पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना ख़ालिद सैफ़ुल्लाह रह़मानी ने एक बयान में यह भी कहा था कि सरकार को इससे जुड़ा ‘दिशानिर्देश’ वापस लेकर देश के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों का सम्मान करना चाहिए। गौरतलब है कि शिक्षा मंत्रालय ने 16 दिसंबर, 2021 के अपने एक पत्र के माध्यम से कहा है कि ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के बैनर तले ‘राष्ट्रीय योगासन खेल परिसंघ’ ने फैसला किया है कि एक जनवरी से सात फरवरी, 2022 तक 75 करोड़ सूर्य नमस्कार की परियोजना चलाई जाएगी। इसमें यह भी कहा गया है कि 26 जनवरी, 2022 को सूर्य नमस्कार पर संगीत कार्यक्रम की योजना भी है।