नई दिल्ली। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट Twitter ने अपने नए सीईओ की घोषणा कर दी है। ट्विटर के सीटीओ पराग अग्रवाल (Parag Agarwal) अब ट्विटर की कमान संभालेंगे। उन्हें पूर्व सीईओ जैक डोर्सी (Jack Dorsey) के स्थान पर नियुक्त किया गया है। बता दें कि जैक डोर्सी ने इस्तीफा दे दिया है। इस बात की जानकारी उन्होंने खुद ट्वीट कर के दी है। ऐसे में कई लोग जानना चाहते हैं कि आखिर ट्विटर के नए सीईओ पराग अग्रवाल (Twitter new CEO Parag Agarwal) कौन हैं। आइए विस्तार से जानते हैं पराग अग्रवाल के बारे में।
IIT Bombay से की है पढ़ाई
बतादें कि पराग Twitter के CEO नियुक्त होने से पहले कंपनी में बतौर CTO (chief technology officer) काम कर रहे थे। पराग अग्रवाल ने IIT Bombay से पढ़ाई की है। ट्विटर से पहले वे AT&T, Yahoo और Microsoft में काम कर चुके हैं। इन जगहों पर काम करने के बाद उन्होंने ट्विटर को साल 2011 में ज्वाइन किया था।
उन्होंने Stanford University से डॉक्टरेट की भी उपाधि हासिल की है।
इस क्षेत्र के माहिर खिलाड़ी हैं पराग
पराग को रिसर्च के काम में काफी माहिर माना जाता है। क्योंकि वह Microsoft, AT&T और Yahoo में रिसर्च-ओरिएंटेड काम ही करते थे। हालांकि उन्होंने ट्विटर में एड-रिलेटेड प्रोडक्ट्स पर काम करना शुरू किया था। लेकिन बाद में उन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर भी काम करने का मौका मिला, इस फिल्ड में उन्होंने शानदार काम किया। इसी वजह से साल 2018 में ट्विटर ने उन्हें कंपनी का सीटीओ बनाया।
महज 10 साल में सीईओ बन गए
जानकारों की माने तो उन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में पकड़ और एड नेटवर्क में काम करने की वजह से कंपनी का सीईओ बनाया गया है। क्योंकि ये दोनों ही कंपनी के लिए काफी जरूरी है। रिपोर्ट के अनुसार उनके काम को पूर्व CEO Jack Dorsey भी काफी पसंद करते हैं। Dorsey ने ही उन्हें साल 2011 में हायर किया था। महज 10 की अवधि में ही पराग ट्विटर के CEO बनने में कामयाब रहे हैं।
इस उपलब्धि के बाद पराग ने ट्विटर पर लिखा कि जब उन्होंने इस कंपनी को ज्वाइन किया था तब इसमें 1000 से भी कम कर्मचारी थे। इस दौरान कंपनी को काफी उतार-चढ़ाव और चुनौतियों का सामना करना पड़ा, हालांकि, फिर भी कंपनी का प्रभाव पूरी दुनिया में कभी कम नहीं हुआ।
क्यों देना पड़ा जैक डोर्सी को इस्तीफा?
जैक डोर्सी को ट्विटर के सीईओ पद से इसलिए इस्तीफा देना पड़ा क्योंकि वह एक वित्तीय भुगतान कंपनी स्क्वायर के भी सीईओ हैं। स्क्वायर की स्थापना उन्होंने ही की है। ऐसे में कुछ बड़े निवेशकों ने जैक डोर्सी के एक साथ दो कंपनी के सीईओ होने पर सवाल उठाए थे। सवाल किए जा रहे थे कि क्या वह प्रभावी रूप से दोनों कंपनियों का नेतृत्व कर सकते हैं? इसी के चलते उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया। जैक डोर्सी ने ही 15 पहले मार्च 2006 में ट्विटर की स्थापना की थी और फिर 2008 तक कंपनी के सीईओ भी रहे थे। 2008 में उन्होंने इस पद को छोड़ दिया था और उनके जगह पर डिक कोस्टोला को CEO बनया गया था। लेकिन 2015 में जब डिक कोस्टोलो ने भी इस पद को छोड़ दिया तो जैक डोर्सी दोबारा ट्विटर के सीईओ बन गए। लेकिन अब एक बार फिर से उन्होंने इस पद को छोड़ दिया है।