जेवर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को यहां आयोजित एक कार्यक्रम में नोएडा अंतरराष्ट्रीय विमानतल की आधारशिला रखी। इस विमानतल के तैयार हो जाने के बाद उत्तर प्रदेश पांच अंतरराष्ट्रीय विमानतलों वाला देश का एकमात्र राज्य बन जाएगा। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी उपस्थित थे।
विमानतल का शिलान्यास करने से पहले प्रधानमंत्री ने आदित्यनाथ और सिंधिया के साथ परियोजना के एक मॉडल का अवलोकन भी किया और इससे संबंधित एक लघु फिल्म भी देखी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि जेवर विमानतल के बन जाने से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास को एक नयी ऊंचाई मिलेगी और यहां के किसानों द्वारा पैदा की गई ‘‘गन्ने की मिठास को अंतरराष्ट्रीय उड़ान मिलेगी।
इस अवसर पर सिंधिया ने अपने संबोधन में दावा किया कि इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय विमानतल बन जाने से जिस प्रकार दक्षिणी दिल्ली और गुरुग्राम का विकास हुआ, उसी प्रकार जेवर विमानतल के बन जाने के बाद इस पूरे क्षेत्र का विकास होगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यह विमानतल दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय विमानतल को भी पीछे छोड़ देगा। करीब 1,330 एकड़ क्षेत्र में बनने वाले इस विमानतल से सितंबर, 2024 तक उड़ानों का परिचालन शुरू होने की उम्मीद है। इसके पहले चरण को 10,050 करोड़ रुपये से अधिक की अनुमानित लागत से पूरा किया जाना है।
नागर विमानन मंत्रालय के मुताबिक परियोजना का पहला चरण पूरा होने के बाद यह विमानतल से सालाना 1.2 करोड़ यात्री हवाई यात्रा कर सकेंगे। विकास के सभी चारों चरण पूरा होने के बाद यह क्षमता बढ़कर सात करोड़ यात्रियों तक पहुंच जाएगी।यह देश का पहला निवल शून्य उत्सर्जन (नेट जीरो एमिशन) विमानतल भी होगा। इस विमानतल की एक और खासियत यह होगी कि इसकी परिकल्पना भारत में पहले एकीकृत ‘‘मल्टी मॉडल कार्गो’’ केंद्र के रूप में की गई है।
नोएडा में बन रहा यह विमानतल, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में दूसरा अंतरराष्ट्रीय विमानतल होगा और इससे इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय विमानतल पर यात्रियों का दबाव कम होगा। दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के अलावा अलीगढ़, आगरा, फरीदाबाद और आसपास के अन्य इलाकों के निवासियों को भी इससे फायदा होगा।शुरुआत में इस विमानतल पर दो हवाईपट्टियां चालू होंगी। इसके विकास का अनुबंध ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल को दिया गया है।
उत्तर प्रदेश में लखनऊ, वाराणसी और कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय विमानतल हैं जबकि अयोध्या में विमानतल का निर्माण कार्य जारी है।उत्तर प्रदेश में जेवर के अलावा सात अन्य विमानतलों का भी विकास किया जा रहा है, जिसमें अयोध्या भी शामिल है। अलीगढ़, चित्रकूट, आजमगढ़, मुरादाबाद और श्रावस्ती में भी विमानतल प्रस्तावित हैं।प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया है कि नोएडा विमानतल उत्तर भारत के लिए एक प्रवेश-द्वार साबित होगा और इससे राज्य की सूरत बदल जाएगी।