नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के स्थापना दिवस पर मंगलवार को राज्यवासियों को बधाई दी और कहा कि पिछले पांच वर्षों में राज्य ने जो प्रगति की है उससे उन्हें विश्वास है कि यह पूरा दशक उसका ही होने वाला है। मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘उत्तराखंड के स्थापना दिवस पर देवभूमि के अपने सभी भाइयों और बहनों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। पिछले पांच वर्षों में प्रदेश ने जो प्रगति की है, उससे मुझे विश्वास है कि यह पूरा दशक उत्तराखंड का ही होने वाला है।’’
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में विकास का जो काम हुआ है, वह इस बात का प्रमाण है कि अब पहाड़ का पानी और जवानी, दोनों यहां के काम आ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मेरी कामना है कि प्रकृति की गोद में बसा यह राज्य यूं ही विकास के पथ पर निरंतर अग्रसर रहे।’’
उत्तराखंड में विकास का जो काम हुआ है, वह इस बात का प्रमाण है कि अब पहाड़ का पानी और जवानी, दोनों यहां के काम आ रहे हैं। मेरी कामना है कि प्रकृति की गोद में बसा यह राज्य यूं ही विकास के पथ पर निरंतर अग्रसर रहे।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 9, 2021
नौ नवंबर को उत्तराखंड राज्य के रूप में अस्तित्व में आया था। पृथक उत्तराखंड की मांग को लेकर कई वर्षों तक चले आंदोलन के बाद आखिरकार नौ नवंबर 2000 को उत्तराखंड को 27वें राज्य के रूप में भारत गणराज्य में शामिल किया गया। वर्ष 2000 से 2006 तक इसे उत्तरांचल के नाम से पुकारा जाता था, लेकिन जनवरी 2007 में स्थानीय लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए इसका आधिकारिक नाम बदलकर उत्तराखंड कर दिया गया।
उत्तर प्रदेश का हिस्सा रहे उत्तराखंड की सीमाएं उत्तर में तिब्बत और पूर्व में नेपाल से लगी हैं। पश्चिम में हिमाचल प्रदेश और दक्षिण में उत्तर प्रदेश इसकी सीमा से लगे राज्य हैं। हिन्दी और संस्कृत में उत्तराखंड का अर्थ उत्तरी क्षेत्र या भाग होता है। उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि कई प्राचीन धार्मिक स्थलों के साथ ही यह राज्य हिन्दू धर्म में सबसे पवित्र मानी जाने वाली देश की सबसे बड़ी नदियों गंगा और यमुना का उद्गम स्थल है।