नई दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने जम्मू, श्रीनगर, लद्दाख और उत्तराखंड के लोगों के लिए बाढ़ और ठंड से राहत के वास्ते आवश्यक सामग्री और दवाएं ले जा रहे ‘इंडियन रेड क्रॉस’ के ट्रकों को शुक्रवार को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
मांडविया ने ट्वीट किया, ‘‘इससे सर्दी के मौसम में देश के उत्तरी क्षेत्र में स्थित केन्द्र शासित प्रदेशों में संवदेनशील आबादी को मदद मिलेगी और बाढ़ से प्रभावित उत्तराखंड के लोगों तक राहत सामग्री पहुंचेगी।’’ इस मौके पर एक समारोह नई दिल्ली के निर्माण भवन में आयोजित किया गया।
उत्तराखंड के लिए भेजी गई वस्तुओं में कंबल, मच्छरदानी, रसोई का सामान, तिरपाल और प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों से आवश्यक दवाएं शामिल हैं। इन ट्रकों को हरी झंडी दिखाते हुए मांडविया ने कहा, ‘‘रेड क्रॉस आपदाओं और संकट की अन्य स्थितियों के समय सबसे कमजोर लोगों और जरूरतमंदों की सहायता करता है।’’
Flagged off Red Cross trucks for donation of blankets, medicines & other relief material to the people of Jammu, Srinagar, Ladakh & Uttarakhand
This will support vulnerable populations in the northern-most UTs for the winter season & provide flood relief to people of Uttarakhand pic.twitter.com/P8nReSFsyg
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) October 29, 2021
उन्होंने कहा कि भीषण बाढ़ से प्रभावित लोगों को पहले से ही स्थानीय रेड क्रॉस शाखाओं द्वारा सहायता प्रदान की जा रही है। राष्ट्रीय मुख्यालय सामान भेज कर उनके प्रयासों में मदद कर रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इन वस्तुओं में अन्य चीजों के अलावा एक लाख कंबल, एक लाख स्वच्छता किट, एक लाख तिरपाल और रसोई का सामान शामिल है।उन्होंने कहा कि हाल में उत्तराखंड में भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ ने राज्य को बुरी तरह प्रभावित किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार के प्रयासों में मदद करने के वास्ते, तीन ट्रक राहत सामग्री उत्तराखंड भेजी गई है। इसके अलावा, स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रभावित लोगों के लिए दवाएं भी भेजी हैं। पहाड़ी राज्यों में सर्दियों के महीनों में भीषण ठंड पड़ती है। कंबल पहले भेजे गये हैं ताकि किसी भी संकट की घड़ी में प्रभावित लोगों की तुरंत मदद की जा सके।’’
उत्तराखंड में हाल में भारी बारिश के कारण हुए हादसों में कई लोगों की मौत हो गई थी। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 300 से अधिक लोगों को बचाया है।