कोच्चि। केरल जहां 20 अक्टूबर से फिर से बारिश का सामना करने की तैयारियों में जुटा है, वहीं भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों दर्शातें हैं कि दक्षिण भारत के इस राज्य में एक से 19 अक्टूबर के बीच की अवधि के दौरान 135 प्रतिशत अतिरिक्त बारिश हुई। केरल में 16 अक्टूबर को हुई भारी बारिश के दौरान राज्य के दक्षिण-मध्य जिलों में भूस्खलन और बारिश से जुड़ी कई अन्य घटनाओं में कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई थी। उस वक्त आईएमडी ने एक रेड अलर्ट जारी कर भारी बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया था।
आईएमडी की वेबसाइट पर इस मौसम की बारिश के आंकड़ों से यह प्रदर्शित होता है कि एक से 19 अक्टूबर की अवधि के दौरान 192.7 मिमी बारिश हुई, जबकि वास्तविक बारिश 453.5 मिमी हुई। मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अक्टूबर-दिसंबर के दौरान, उत्तर पूर्व मॉनसून से राज्य में औसत बारिश 491.6 मिमी हुई, जो वार्षिक बारिश का 16.8 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि इस साल राज्य में एक से 19 अक्टूबर के बीच 453.5 मिमी बारिश हुई, जबकि आमतौर पर 192.7 मिमी बारिश होती थी।
उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि राज्य में मौसम की 90 प्रतिशत से अधिक बारिश हो चुकी है। त्रिशूर और अलप्पुझा को छोड़ कर अन्य सभी जिलों में 100 प्रतिशत से अधिक बारिश हुई। राज्य में दो दिनों तक बारिश से राहत मिलने के बाद, आईएमडी ने आज केरल के 11 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी कर बुधवार को भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया। मौसम वैज्ञानिकों ने बृहस्पतिवार के लिए भी 12 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।