गुना। प्रदेश में कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर का खतरा अब टलता दिख रहा है। वहीं दूसरी तरफ अब डेंगू का खतरा बढ़ता हुआ दिख रहा है। बीते दिनों से लगातार कई जिलों में डेंगू का कहर बढ़ा है। हालांकि इसे समय रहते काबू में कर लिया गया है। प्रदेश के गुना जिले में डेंगू के मरीज मिलने का रिकॉर्ड टूट गया है। यहां एक ही दिन में एक साथ 32 मरीज सामने आने के बाद जिला अस्पताल में हड़कंप मच गया है। लेक्टर की स्वास्थ्य विभाग को सख्त हिदायत के बाद भी डेंगू से बचाव को लेकर कोइ खास प्रयास नहीं किए जा रहे थे। कलेक्टर का वह आदेश भी ठंडे बस्ते में डाल दिया गया जिसमें उन्होंने घरों और प्लाट में पानी भरा पाए जाने पर जुर्माना लगाने के निर्देश दिए थे।
सोमवार को गुना जिले में 32 बुखार पीड़ितों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं गुना में करीब 100 से भी ज्यादा मरीज डेंगू का इलाज करा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक जिले में डेंगू संक्रमित मरीजों की संख्या 202 के पार हो चुकी है। कई अस्पतालों में मरीज फर्श पर लेटकर इलाज करा रहे हैं। वहीं सफाई को लेकर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे हैं। जिले के कलेक्टर लगातार डेंगू को रोकने के लिए अभियान चला रहे हैं। लेकिन कई स्थानों पर सफाई नहीं हो रही है। वहीं रोजाना लोग डेंगू की चपेट में आ रहे हैं।
अधिकारियों के छूटे पसीने…
बता दें कि इस मौसम में जहां लोगों को बुखार समेत कई सामान्य बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में बुखार पीड़ित मरीजों की डेंगू की भी जांच की जा रही है। इसी के बाद अब बड़ी संख्या में डेंगू की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या सामने आ रही है। इसके बाद सोमवार को एक साथ इतनी संख्या में डेंगू के मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के पसीने छूट गए हैं। सोमवार को एक बार फिर डेंगू पीड़ित मरीज मिले है। उधर बूढ़े बालाजी,पुरानी छावनी, कोटरा,बीनागंज,सांई बिहार कॉलोनी, विंध्याचल कॉलोनी, विकास नगर, राघौगढ, कुशमौदा और गोकुल सिंह समेत कई स्थानों से डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। मरीजों के एक साथ इतनी संख्या में मिलने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी चिंता में हैं।