नई दिल्ली: देशभर के करोड़ों पीएफ खाताधारकों को इस साल मिलने वाले ब्याज पर नुकसान उठाना पड़ सकता है। कोरोना संकट की वजह से कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) इस वित्त वर्ष के लिए ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। हालांकि चालू वित्त वर्ष में कर्मचारियों को कितना ब्याज मिलेगा इस बात का फैसला 4 मार्च को किया जाएगा। क्योंकि इस दिन कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के ट्रस्टी बोर्ड की बैठक होने वाली है।
ईपीएफओ (EPFO) के ट्रस्टी केई रघुनाथन ने कहा कि बैठक श्रीगर में चार मार्च को प्रस्तावित है। इस मीटिंग का एजेंडा जल्द पता चल जाएगा। फिलहाल किसी भी तरह की सूचना में कोई जिक्र नहीं है।
कोरोना काल के कारण हो सकती है ब्याज दरों में कटौती
दरअसल, कोरोना काल में लाखों नौकरियां जाने से ईपीएफओ अकाउंट में जमा की जाने रकम में भारी कटौती हुई है। पिछले वित्त वर्ष (2019-2020) के लिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने 8.5 फीसद ब्याज दे रही थी। बता दें करीब 40 लाख पीएफ अंशधारकों के अकाउंट में ब्याज का पैसा जमा नहीं हुआ है।