बरेली (उप्र) नौ जनवरी (भाषा) बरेली के दोहरा रोड की शिव गार्डन कॉलोनी में रहने वाले एक मनोरोग चिकित्सालय के चिकित्सक ने पूर्व राज्यसभा सदस्य और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ( लोहिया) के प्रदेश महासचिव वीर पाल सिंह यादव समेत एक दर्जन लोगों पर थाना बारादरी में शुक्रवार की रात प्राथमिकी दर्ज कराई है।
चिकित्सक का आरोप है कि पूर्व राज्यसभा सदस्य ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर अपहरण करने का प्रयास किया और मारपीट करते हुए जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया और जान से मरने की धमकी दी।
बारादरी थाने के निरीक्षक शीतांशु शर्मा ने शनिवार को बताया कि पीड़ित की तहरीर पर पूर्व सांसद वीर पाल सिंह और अन्य 10 -12 लोगों के खिलाफ शुक्रवार देर रात घर में बिना अनुमति घुसकर मारपीट, हमला करने, गाली-गलौज समेत कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है और जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
शर्मा ने बताया कि तहरीर के मुताबिक राजपाल सिंह और डॉ पीपी सिंह का मेडिकल परीक्षण कराया गया है।
बारादरी थाने के केशव गार्डन निवासी राजपाल सिंह ने बताया कि शुक्रवार की रात उनके घर के सामने दो युवक पेशाब कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि मना करने पर दोनों युवक जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए गाली गलौज करने लगे और 10 अन्य लोगों को बुला लाए।
राजपाल के मुताबिक आरोपी जाति सूचक शब्द कहते हुए उन्हें पीटने लगे और भाई डॉक्टर पीपी सिंह बचाने आए तो उन्हें भी पीटा और जान बचाकर घर में भागे तो आरोपी भी घर में घुस आए और उन्होंने महिलाओं और बच्चों से भी धक्का-मुक्की की।
राजपाल के मुताबिक ”वे लोग उन्हें और उनके भाई को पकड़कर थोड़ी दूर जा रही कार के पास ले गए। कार में सपा के पूर्व राज्यसभा सदस्य वीरपाल सिंह यादव बैठे थे। इस दौरान कार के अंदर बैठे वीरपाल ने अभद्रता की और उन्हें गालियां दी। वीरपाल सिंह यादव ने धमकी दी कि तुम्हें छोड़ रहा हूं, पुलिस में कोई कार्रवाई की तो जान से मार देंगें।”
इस मामले में पूर्व सांसद वीर पाल सिंह यादव ने कहा कि आरोप निराधार है। उन्होंने कहा कि पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करने से पहले मामले की जांच करनी चाहिए थी।
भाषा सं आनन्द धीरज
धीरज