लखनऊ। पिछले साल कोरोना की वजह से UP Covid Guidelines लोग दशहरा पर रामलीला का मजा नहीं दे पाए थे। पर इस बार ऐसा नहीं होगा। यूपी की योगी सरकार (Yogi Govt) द्वारा कोरोना के नए मामलों में लगातार आ रही गिरावट के चलते त्योहारों को लेकर नई गाइडलाइन जारी की गई है। जिसमें अनुसार अब निर्धारित शर्तों के साथ स्थानों पर शादी समारोह (UP government allows holding wedding ceremonies in open) और अन्य कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति होगी। साथ ही दशहरा पर रामलीला भी आयोजित की जा सकेगी।
परिसर पर निर्भर होगी लोगो की संख्या
योगी सरकार द्वारा जो नई कोविड गाइडलाइन जारी की गई है उसके मुताबिक़ समारोह में शामिल होने वाले लोगों की संख्या आयोजन स्थल की जगह पर निर्भर करेगी। यानी आयोजन स्थल की जगह पर लोगों की संख्या निर्भर करेगी। नई गाइड लाइन के बावजूद भी COVID प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य होगा। आयोजनकर्ताओं द्वारा कार्यक्रम के प्रवेश द्वार पर COVID हेल्प डेस्क भी रखना होगी।
Uttar Pradesh government allows holding wedding ceremonies and other events at open spaces, number of people to attend the function will depend on the area. COVID protocols must be followed and installation of COVID help desk is mandatory at the entry gate. pic.twitter.com/6kCcj8Squd
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 28, 2021
पहले भी दिए थे निर्देश
नवरात्र, दशहरा और दीपावली का पर्व समीप है। ऐसे में रामलीला कमेटियों की तैयारियां प्रारंभ हो रही होंगी। इसके पहले भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कोविड प्रोटाकाल के अनुरूप खुले मैदान में रामलीला के मंचन संबंधी छूट दे दी गई थी। सीएम योगी के अनुसार उत्तर प्रदेश में रामलीला एक समृद्ध परंपरा है।
रामलीला कमेटियों से की बातचीत
कोरोना प्रोटोकाल का पालन कराने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों से मीटिंग कर निर्देशित भी किया है।
किसी भी प्रकार की चूक न करने के निर्देश भी दिए हैं। खुले मैदान में आयोजन किए जाए साथ ही मैदान की क्षमता के अनुरूप ही दर्शकों को अनुमति दी जाए। बीते वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते रामलीला के आयोजन न हो पाने के कारण कुछ समीतियों द्वारा मुकुट पूजन बस किया गया था।
ये है मरीजों की स्थिति
प्रदेश में 31 जिलों में अब कोरोना का एक भी मरीज नहीं है। इनमें अलीगढ़, अमेठी, अमरोहा, औरैय्या, अयोध्या, आजमगढ़, बदायूं, बागपत, बलिया, बांदा, बहराइच, बिजनौर, फर्रुखाबाद, गाजीपुर, गोंडा, हमीरपुर, हापुड़, हरदोई, हाथरस, कानपुर देहात, कासगंज, महोबा, मीरजापुर , मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, रामपुर, संत कबीर नगर, शामली, श्रावस्ती, सीतापुर व सोनभद्र शामिल है। तो वहीं यूपी के 70 जिले ऐसे हैं जहां 10 से भी कम रोगी हैं। जबकि 65 जिल पांच से भी कम एक्टिव केस वाले हैं। पॉजिटिविटी रेट 0.01 फीसद है और रिकवरी रेट 98.7 प्रतिशत है।