नई दिल्ली। सुहागिनों द्वारा Haritalika teej 2021 अपने पति की दीर्घायु के लिए किया जाने वाला हरतालिका व्रत 9 सितंबर को मनाया जाएगा। भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाए जाने वाले इस व्रत में महिलाएं पूरे 16 श्रृंगार के साथ निर्जला व्रत रखेंगी। पर इस दिन व्रत के कुछ नियम हैं जिन्हें निभाना चाहिए। नहीं तो व्रत के खंडित होने का डर रहता है।
ये हैं वे नियम –
क्रोध करने से बचें
ज्योतिषाचार्यों की माने तो तीज के व्रत के दौरान मन को शांत रखकर ही महिलाओं को मां गौरा की पूजा करना चाहिए। इस दिन किसी पर भी क्रोध करने से बचना होगा। आपके सभी के साथ प्रेमपूर्वक व्यवहार करना चाहिए। हाथों पर मेंहदी लगाने से गुस्सा शांत होता है। यह हाथों को सुंदर बनाने के साथ—साथ गुस्से को शांत रखने का भी काम करती है।
निराहार रहें
मान्यताओं के अनुसार हरितालिका तीज का व्रत निराहार रखना चाहिए। दिन में कुछ भी न खाएं। हालांकि कुछ विशेष स्थितियों में जैसे गर्भवती होने या बीमार होने पर इन इन नियमों में छूट दी जा सकती है। इस व्रत को अगर निर्जला किया जाता है तो इसका फल अधिक मिलता है।
सोने से बचें
इस व्रत में महिलाओं को सोना नहीं चाहिए। मान्यताओं को अनुसार इस दिन मां पार्वती और शिव की पूजा करने से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है।
मन में न लाएं बैर और द्वेष
धर्म विशेषज्ञों का मानना है कि किसी भी व्रत को सच्चे मन से पूरी श्रृद्धा और निष्ठा के साथ किए जाने पर ही उसका फल मिलता है। चूकिं हरितालिका तीज भी बहुत विधि-विधान से किए जाने वाला व्रत है। इसलिए मन में बैर लाए बिना सभी लोगों का सम्मान करें।