भोपाल। प्रदेश में कोरोना महामारी के प्रकोप के चलते इस साल का शिक्षण सत्र लेट चल रहा है। अब कोरोना का कहर थमने के बाद प्रदेश में यूजी और पीजी की एडमिशन प्रक्रिया जारी है। इस साल प्रदेश के कॉलेजों में नई शिक्षा नीति के पाठ्यक्रम के तहत पढ़ाई होगी। जानकारी के मुताबिक ई-प्रवेश पोर्टल के माध्यम से अब तक स्नातक प्रथम वर्ष में 4.4 लाख और पोस्ट ग्रेजुएशन के प्रथम सेमेस्टर में 1 लाख 5 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है। इस साल से नए पाठ्यक्रम के तहत छात्रों को अध्ययन कराया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत 79 विषयों के पाठ्यक्रम तैयार किए जा चुके हैं। उच्च शिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव ने भी नई शिक्षा नीति को शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर ली है। मंत्री यादव ने बताया कि इस छात्रों के लिए नई शिक्षानीति के पाठ्यक्रम से छात्रों की पढ़ाई कराई जाएगी।
बनाई जाएगी समिति
इस नीति के क्रियान्वन के लिए राज्यस्तरीय समिति का गठन किया जाएगा। नीति के प्रावधानों और विषयों की स्पष्टता के लिए FAQ (फ्रिक्वेंट आस्कड क्वेश्चन) तैयार किए जाएंगे। शिक्षकों के लिए ऑनलाइन कार्यशाला भी आयोजित की जाएगी। इसमें शिक्षकों को नई नीति की जानकारी दी जाएगी। कॉलेज स्तर पर भी स्टूडेंटस की काउंसलिंग की जाएगी। मंत्री यादव ने बताया कि प्रदेश में 1 सितंबर से नए शिक्षण सत्र की शुरुआत की जा रही है। इसको लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है। 20 अगस्त से फीस भरने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। वहीं छात्रों के एडमिशन 30 सितंबर तक जारी रहेंगे। बता दें कि ग्रेजुएशन में प्रवेश लेने वाले छात्रों के लिए पूरी जानकारी पोर्टल पर उपलब्ध कराई जा रही है। मंत्री यादव ने कहा कि प्रदेश में निर्माण कार्यों को जल्दी ही पूरा किया जाएगा। इसको लेकर सभी को आदेश जारी कर दिए गए हैं। 1 सितंबर से प्रदेश में कॉलेज खोलने पर विचार किया जा रहा है।