नई दिल्ली। देशभर में रविवार से सावन की शुरूआत हो गई है। आज सावन के पहले सोमवार को शिवभक्तों की कतारें मंदिरों के बाहर देखने को मिल रही हैं। सुबह से ही भक्तों ने शिवालयों में भगवान शंकर की पूजा-अर्चना शुरू कर दी है। भगवान शिव की पूजा अर्चना के लिए वैसे तो हर दिन महत्वपूर्ण माने जाते हैं लेकिन भगवान शिव की आराधना के लिए सावन के महीने का एक अलग ही महत्व है। सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है। वहीं शिव भक्तों को सावन के इस महीने का हर वर्ष इंतजार रहता है। सावन का महीना कल से शुरू हो गया है। जो 22 अगस्त तक चलने वाला है। इस दौरान 4 सोमवार पड़ेंगे। वैसे तो सावन महीने के हर दिन भगवान शिव को समर्पित है। लेकिन सावन के सोमवार का अलग ही महत्व है। सोमवार भगवान शिव का दिन माना जाता है। कहा जाता है कि सावन सोमवार में अगर भगवान शिव की पूजा अर्चना की जाए तो विशेष फल मिलता है। तो आइए जानते है क्या है सोमवार का महत्व
सोमवार का महत्व
सावन माह को धार्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। इस माह में भगवान शिव की आराधना की जाता है। लेकिन सावन में पड़ने वाले सोमवार का विशेष महत्व बताया गया है। इस वर्ष सावन का महीना 25 जुलाई से शुरू होकर 22 अगस्त तक रहेगा। जिसमें 4 सोमवार पड़ रहे हैं।
सावन का पहला सोमवार 26 जुलाई 2021 को है दूसरा सोमवार 2 अगस्त 2021,सावन का तीसरा सोमवार – 9 अगस्त 2021और सावन का चौथा सोमवार 16 अगस्त 2021 को है। इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से विशेष फल मिलता है। तो आइए जानते हैं पूजा की विधि सावन में
पूजा की विधि
सावन में भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। मान्यता है कि अगर विधि पूर्वक सावन माह में भगवान शिव की पूजा की जाए तो भगवान को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है। ज्योतिर्लिंग के दर्शन करना बहुत ही शुभ माना गया है। इस दिन शिव भक्तों को सुबह स्नान करके भगवान को जल चढ़ाना चाहिए साथ ही शिव का अभिषेक भी करना चाहिए।
सावन सोमवार व्रत का महत्व
सावन में सोमवार के व्रत का विशेष महत्व माना गया है। इस दिन सुबह भगवान शिव का अभिषेक करने से सभी प्रकार के कष्ट दूर होते है। इस दिन शिव भक्तों को शिव आरती और शिव चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए इससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। कहा जाता हैं कि इस दिन जो भी भक्त भगवान शिव का व्रत करते हैं उन्हें भगवान कष्टों से दूर करते हैं और भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है।