गरियाबंद: पंतजलि का विवाद अब छत्तीसगढ़ से भी जुड़ गया है। पंतजलि गुरुकुल स्कूल पर गरियाबंद के चार छात्रों को बंधक बनाने का आरोप है। हालांकि इसकी शिकायत सीएम भूपेश से की गई। तब जाकर बच्चों को छुड़ाया गया।
सीएम भूपेश बघेल ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी साझा की, उन्होंने लिखा कि पतंजलि गुरुकुल स्कूल में छत्तीसगढ़ के 4 छात्रों को बंधक बनाए जाने की शिकायत उन तक पहुंची थी। गरियाबंद कलेक्टर और एसपी की पहल पर बंधक बनाए गए बच्चों को छोड़ दिया गया है। मैं बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।
दरअसल, गरियाबंद के देवभोग ब्लॉक के चार बच्चे हरिद्वार में बाबा रामदेव के गुरुकुलम में शिक्षा लेने गये थे। सवा दो लाख रुपए जमा भी किए, लेकिन बच्चों की जुदाई का गम मां सह नहीं सकी। बच्चों को याद कर बीमार हो गई। बच्चों की वापसी के लिए जब परिजन ने गुरुकुल से संपर्क किया, तो उन्होंने फिर से फीस की डिमांड की। फीस देने में असमर्थ परिजन ने सीएम भूपेश से इसकी शिकायत की तो सीएम भूपेश ने भी तुरंत एक्शन लिया।
आईएमए ने प्रधानमंत्री को भी लिखा पत्र
आईएमए (IMA) ने इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मांग की थी कि टीकाकरण पर कथित गलत जानकारी फैलाने और कोविड-19 के इलाज के लिए सरकारी प्रोटोकॉल को चुनौती देने के लिए योग गुरु रामदेव के खिलाफ राजद्रोह के आरोपों के तहत तुरंत मामला दर्ज किया जाए।
आधुनिक चिकित्सकों के शीर्ष निकाय आईएमए ने रामदेव को एलोपैथी और एलोपैथी चिकित्सकों के खिलाफ उनकी कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए मानहानि का नोटिस भी दिया है, जिसमें उनसे 15 दिनों के भीतर माफी मांगने की मांग की गई है। आईएमए ने अपने नोटिस में कहा है कि यदि रामदेव ने ऐसा नहीं किया जो तो वह योग गुरु से 1,000 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति की मांग करेंगे।