सतना। प्रदेश के सतना जिले में खेतों में आग ने खूब हाहाकार मचाया। यहां खेतों में 700 किसानों की फसल जलकर खाक हो गई। जिले में यह अब तक का सबसे बड़ा अग्निकांड है। सतना जिले में आने वाले जैतबारा कस्वे के पास मेंहुती गांव में एक खेत में अचानक आग पकड़ ली। जब तक लोगों को इस की खबर लगती इस आग ने विकराल रूप ले लिया। यह आग तेजी से फैलने लगी। लगातार फैलती इस आग पर जब तक लोगों ने काबू पाया तब तक इस आग की लपटें कई खेतों को अपने आगोश में ले चुकीं थीं।
यहां 400 एकड़ की खड़ी फसल इस आग की चपेट में आकर खाक हो गई। इस आग के कारण 700 किसानों की सालभर की मेहनत और सपने जलकर खाक हो गए। इस आग ने कुछ ही मिनटों में ऐसा तांडव मचाया कि चारों और विकराल आग की केवल लपटें ही दिखाई दीं। हालांकि कड़ी मशक्कत के बाद इस आग पर काबू पाया गया। लेकिन जब तक आग पर काबू पाया तब तक 400 एकड़ की फसल और 700 किसान बर्बाद हो चुके थे।
खेतों की तरफ भागे किसान
यहां के किसानों ने बताया कि हमें आग की जानकारी जैसे ही मिली हम खेतों की तरफ भागे। हम जब वहां पहुंचे तो आग ने विकराल रूप ले लिया था। यहां कुछ खेतों में फसल अभी खड़ी थी। वहीं कुछ खेतों की फसल कटकर खेतों में गट्ठरों में बंधू डली थी। आग देखते ही देखते आगे तक फैल गई। ग्रामीणों ने बताया कि मेंहुती गांव से शुरू हुई यह आग सुहास गांव तक पहुंच गई।
लगातार किसानों के मशक्कत करने के बाद आग पर काबू पाया गया। इस अग्निकांड में मेहुती गांव से लेकर सुहास गांव के करीब 200 किसान बर्बाद हो गए हैं। वहीं करीब 700 किसानों की फसल जलकर खाक हो गई है। मामले की जानकारी मिलते ही सांसद गणेश सिंह ने भी किसानों को भरोसा दिलाया है कि सरकार इस आग का सर्वे कराएगी। सर्वे के बाद किसानों को हर्जाना भी दिया जाएगा।