भोपाल। राजधानी के जेपी अस्पताल में डॉक्टरों की कथित लापरवाही से हुई मरीज के मौत का मामला बढ़ता ही जा रहा है। मरीज तख्त सिंह के परिजनों ने मुआवजा और पत्नी को नौकरी देने की मांगों को लेकर चूना भट्टी स्थित कोलार तिराहा के पास सड़क पर शव रखकर मांग की। परिजनों का कहना है कि दोषी डॉक्टर के खिलाफ FIR दर्ज की जाए और परिजनों को आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी दी जाए।
शव रखकर सड़क जाम कर दी
रविवार सुबह मरीज के परिजनों लोगों ने शव रखकर सड़क जाम कर दी। सड़क को वाहनों और लड़की रखकर बंद कर दिया गया। दूसरी तरफ लॉकडाउन होने के बावजूद भीम नगर इलाके से बड़ी संख्या में लोग घरों के बाहर निकल कर सड़क किनारे खड़े हो गए। काफी देर बाद कुछ और पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे। पुलिसकर्मी परिजनों को समझाने लगे। परिजनों ने उनकी एक बात भी सुनने से मना कर दिया।
मृतक के रिश्तेदारों का आरोप है कि डॉक्टरों ने दूसरी जगह ले जाने का दबाव बनाकर ऑक्सीजन का मास्क हटा दिया था। इसके कारण मौत हुई। हमारी मांग है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषी डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो।
कार्रवाई की मांग की थी
गौरतलब है कि एक दिन पहले जेपी अस्पताल में एक युवक की Patients Died In JP Hospital मौत हो गई। युवक की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया था। बताया जा रहा है कि परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उधर मौत की खबर की सूचना मिलते ही पूर्व मंत्री पीसी शर्मा और पूर्व पार्षद गुड्डू चौहान मौके पर पहुंचे। परिजनों ने की मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की थी।
डॉक्टर से तीखी नोंक झोंक हुई
युवक की मौत के बाद परिजनों ने मामले की जानकारी देते हुए बताया था कि अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के कारण युवक की मौत हो गई। मौके पर पहुंचे पूर्व मंत्री पीसी शर्मा और पूर्व पार्षद गुड्डू चौहान की डॉक्टर से तीखी नोंक झोंक हुई थी।
डॉक्टर योगेंद्र श्रीवास्तव ने दिया नौकरी से इस्तीफा
उधर इस घटना के बाद सीनियर डॉक्टर योगेंद्र श्रीवास्तव ने इस घटना से दुखी होकर शासकीय नौकरी से इस्तीफा दिया था। बताया जा रहा है कि जेपी अस्पताल के डॉक्टर के साथ बदतमीजी होने पर सीनियर डॉक्टर योगेंद्र श्रीवास्तव (एमडी) सदमे में है और उन्होंने शासकीय सेवा से अपने इस्तीफ दे दिया है। बताया जा रहा है कि अस्पताल में हंगामा कर डॉक्टरों को धमकाया और आम जनता को परेशान भी किया गया ।
दुर्व्यवहार का आरोप लगाया
जयप्रकाश चिकित्सालय में संदिग्ध तबस्सीम साक्या मरीज की मौत मामले में मरीज का इलाज कर रहे डॉक्टर योगेंद्र श्रीवास्तव ने अपने पद से इस्तीफा देते हुए कहा था कि कुछ लोगों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। दुर्व्यवहार के बाद डॉक्टर योगेंद्र श्रीवास्तव बोले ऐसी परिस्थिति में अब सेवाएं नहीं दे सकते। डॉक्टर योगेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि मरीज का ऑक्सीजन सेचुरेशन 32 फीसदी था सुगर 223 मरीज की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव थी।