भोपाल। प्रदेश में कई बार टाले जा चुके नगरीय निकाय चुनावों का बिगुल कभी भी बज सकता है। यहां होने वाले निकाय चुनावों के लिए भाजपा, कांग्रेस सहित केजरीवाल की आम आदमी पार्टी और असदुद्दीन ओवैसी की एमआईएम भी अपनी दावेदारी पेश कर रही है। ऐसे में इन चुनावों के नतीजे काफी रोचक होने वाले हैं। मध्यप्रदेश के बुरहानपुर की बात की जाए तो यहां आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस एवं बीजेपी को पछाड़ते हुए सबसे पहले महापौर प्रत्याशी की घोषणा कर सबको चौंका दिया है।
वहीं कांग्रेस के नेताओं ने अपना दर्द सोशल मीडिया पर बयां किया है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता इकराम अंसारी ने सोशल मीडिया पर एक संदेश जारी किया है। उन्होंने कहा कि मेरा अनुभव है, जितने सीनियर कांग्रेस नेता है सभी ने पार्टी में काफी योगदान दिया है। इसीलिए वॉर्ड इलेक्शन में बार बार जीत दर्ज कर पा रहे हैं। मगर जब किसी आंदोलन में मजमा एकट्ठा करना होता है वो अकेले आते हैं।
पार्टी को दिए सुझाव
अंसारी ने कहा कि मेरा सुझाव है कि इस बार युवा पढ़े-लिखे वकील डॉक्टर जैसे युवाओं को टिकट देकर युवा शक्ति को आगे लाने चाहिए। अंसारी ने कहा कि पुराने चेहरों से जनता बोर हो गई है। भले ही किसी भी नेता की परम्परागत सीट ही क्यों न हो लेकिन युवाओं को प्राथमिकता देना चाहिए। वहीं दूसरी और कांग्रेस के ही प्रवक्ता उदासीन ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के नाम संदेश जारी किया है।
उदासीन ने अपने संदेश में कहा कि आगामी चुनाव में जब भी टिकिट वितरण हो तो अन्य कोई विशेषता न देखते हुए केवल यह देखा जाए कि महापौर, पार्षद का टिकिट मांग रहे व्यक्ति ने कांग्रेस के लिए क्या किया..? उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता का पिछले 10 से 15 सालों में भाजपा का कितना विरोध किया है। इसके लिए उसके फेसबुक, ट्यूटर, इंस्टाग्राम आदि की जांच हो और उसके आधार पर टिकिट का वितरण हो।