नई दिल्ली। दुनिया में सबसे खतरनाक जहर कौन सा है, इस सवाल के जवाब में आप शायद कहें साइनाइड। लेकिन ऐसा नहीं इससे भी ज्यादा खतरनाक एक जहर है। जिसका सिर्फ एक ग्राम हजारों लोगों को मौत की नींद सुला सकता है। इस जहर का नाम है पोलोनियम-210।
पोलोनियम-210 की खोज
पोलोनियम-210 एक रेडियोएक्टिव तत्व है और यङ पोलोनियम का आइसोटोप है। पोलोनियम-210 से निकलने वाला रेडिएशन इंसानी शरीर के लिए बेहद ही खतरनाक है। ये जहर इंसान के इम्यून सिस्टम, अंदरूनी अंगों और यहां तक कि डीएनए को भी तेजी से तबाह कर सकती है। इस जहर की खोज सन् 1898 में मैरी क्यूरी ने की थी।
नमक इतने छोटे कण से भी इंसान की हो जाती है मौत
मैरी क्यूरी भौतिकी और रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित होने वाली पहली वैज्ञानिक थी। इन्होंने जब पोलोनियम जहर की खोज की थी तब इसका नाम रेडियम एफ रखा गया था हालांकि बाद में इसका नाम चेज करके पोलोनियम रखा गया। ये जहर इतना खतरनाक है कि इसके एक नमक इतने छोटे कण से भी इंसान की मौत हो जाती है।
मशीन की पकड़ में भी नहीं आता ये जहर
साथ ही अगर किसी व्यक्ति के शरीर में यह जहर पहुंच जाए तो इसका पता भी नहीं चलता, बस बाल झरने लगते हैं। इसके अलावा कोई खास लक्षण नहीं दिखते। इंसान आमतौर पर यह कभी नहीं सोचता कि ऐसा पोलोनियम की वजह से ऐसा हो रहा है। ये जहर किसी मशीन के पकड़ में भी नहीं आता। इसकि तस्करी भी बहुत की जाती है। क्योंकि ये पकड़ में नहीं आता।
कई लोगों की ले चुका है जान
कई बार इस जहर का इस्तेमाल साजिश के तौर पर किया जाता है। फिलिस्तीन के पूर्व नेता यासिर अराफात और केजीबी के एक अधिकारी अलेक्जेंडर लिटनिवेनको की मौत भी पोलोनियम-210 की वजह से हुई थी। इतना ही नहीं इस जहर को खोजने वाली मैरी क्यूरी की बेटी ईरीन ज्यूलियट क्यूरी का निधन भी इसी पोलोनियम से हुआ था। ज्यूलियट ने गलती से इसका एक कण अपने मुंह में ले लिया था। जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी।
वायुमंडल और मिट्टी में पाया जाता है पोलोनियम
पोलोनियम हमारे वायुमंडल और मिट्टी में पाया जाता है। हालांकि राहत की बात ये है कि इसकी मात्रा काफी कम है। खासतौर पर इसका उत्पादन न्यूक्लियर रिऐक्टर में किया जाता है। जब बिसमथ-209 पर नयूट्रॉन की बमबारी की जाती है तब पोलोनियम बनता है। कोई भी देश इसे 100 ग्राम से ज्यादा नहीं बनाता। क्योंकि यह इतना खतरनाक होता है कि अगर गलती से किसी के हाथ आ जाए तो वह इस दुनिया को नाश कर सकता है। रूश में इस जहर का सबसे ज्यादा उत्पादन किया जाता है।