Farmers Protest Update: नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन का आज 35वां दिन है। किसान लगातार इन कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं, जबकि सरकार बातचीत कर कानूनों में सिर्फ संशोधन के लिए तैयार है। इसी वजह से किसानों और सरकार के बीच 6 दौर की वार्ता विफल रही। आज फिर किसान संगठनों और सरकार के बीच बातचीत होने वाली है। हालांकि अब भी संशय बरकरार है कि, आज 7वें राउंड की बातचीत में कृषि कानूनों को लेकर कोई समाधान निकलेगा या फिर आंदोलन जारी रहेगा? यह स्थिति आज की वार्ता के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी।
किसानों और सरकार के बीच आज दोपहर करीब 2 बजे बातचीत होने वाली है। इससे पहले किसान संगठन भी अपनी तैयारियों को लेकर आश्वस्त हैं। उनका कहना है, जब तक उनकी शर्तों को नहीं माना जाएगा वो पीछे नहीं हटेंगे। किसान संगठनों में से एक ऑल इंडिया किसान फेडरेशन के नेता प्रेम सिंह ने पहले ही संकेत दिए थे कि, सरकार पहली बार संशोधन के अलावा किसी और मुद्दे पर बातचीत करने को तैयार हुई है।
किसानों की ये है मांग
दरअसल आंदोलन कर रहे किसानों की मांग है कि, तीनों नए कृषि कानूनों रद्द किया जाए। किसान संगठनों का कहना है, जब तक सरकार कानूनों को रद्द नहीं करती, तब तक हम पीछे नहीं हटेंगे और आंदोलन जारी रहेगा।
सरकार भी अपनी जिद पर अड़ी
वहीं सरकार भी अपनी जिद पर अड़ी हुई है। सरकार का कहना है, इन कानूनों को न तो वापस लिया जा सकता है और न ही रद्द किया जा सकता है। हालांकि सरकार संशोधन करने को तैयार है। वह किसानों के सही सुझावों के हिसाब से कानूनों में संशोधन कर सकती है। इससे पहले 6 बार किसानों और सरकार के बीच बात हो चुकी है लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। इस दौरान सरकार की तरफ से कई प्रस्ताव भी किसानों को भेजे गए लेकिन उन्हें भी ठुकरा दिया गया था।