Image Source: Twitter@Vice President of India
2001 Parliament Attack: साल 2001 में भारत की संसद पर हुए आतंकी हमले की आज 19वीं बरसी है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर देश के तमाम राजनेताओं ने इस हमले में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। संसद पर हुए इस हमले में पांच आतंकी समेत कुल 14 लोग मारे गए थे। हमले में दिल्ली पुलिस के 6 जवान और संसद भवन की सुरक्षा सेवा के दो कर्मचारी और संसद के एक माली की मौत हुई थी। भारत सरकार के मुताबिक यह हमला जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा ने किया था।
PM Shri @narendramodi pays tributes to the martyrs of the 2001 Parliament attack in New Delhi. https://t.co/JYOdZq36Vl
— BJP (@BJP4India) December 13, 2020
गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी संसद भवन पर हुए हमले में जान गंवाने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी।
Delhi: Prime Minister Narendra Modi, Home Minister Amit Shah and Defence Minister Rajnath Singh pay tributes to those who lost their lives in 2001 Parliament attack. pic.twitter.com/tjeXAjOClO
— ANI (@ANI) December 13, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, हम 2001 में आज के दिन अपनी संसद पर हुए कायरतापूर्ण हमले को कभी नहीं भूलेंगे। हम उन लोगों की वीरता और बलिदान को याद करते हैं जिन्होंने हमारी संसद की रक्षा करते हुए अपनी जान गंवा दी। भारत हमेशा उनका शुक्रगुजार रहेगा।
We will never forget the cowardly attack on our Parliament on this day in 2001. We recall the valour and sacrifice of those who lost their lives protecting our Parliament. India will always be thankful to them.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 13, 2020
आतंकवाद लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने ट्वीट कर कहा, 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले से हमारे लोकतंत्र के मंदिर की रक्षा में अपना सर्वोच्च बलिदान करने वाले वीरों को शत-शत नमन! ये दिन याद दिलाता है कि आतंकवाद लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा है। आतंक समर्थक देशों के विरुद्ध विश्व समुदाय को एकजुट होना चाहिए।
2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले से हमारे लोकतंत्र के मंदिर की रक्षा में अपना सर्वोच्च बलिदान करने वाले वीरों को शत-शत नमन!
ये दिन याद दिलाता है कि आतंकवाद लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा है। आतंक समर्थक देशों के विरुद्ध विश्व समुदाय को एकजुट होना चाहिए।#ParliamentAttack pic.twitter.com/Q1a2QcUqQ7
— Vice-President of India (@VPIndia) December 13, 2020
राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा, 2001 में आज के दिन संसद पर हुए आतंकी हमले का डट कर मुक़ाबला करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले सभी बहादुर सुरक्षा कर्मियों के पराक्रम एवं शौर्य को मैं नमन करता हूं। उनकी शौर्यगाथा को इस देश की आने वाली पीढ़ियां भी याद रखेंगी।
साल २००१ में आज के दिन संसद पर हुए आतंकवादी हमले का डट कर मुक़ाबला करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले सभी बहादुर सुरक्षा कर्मियों के पराक्रम एवं शौर्य को मैं नमन करता हूँ। उनकी शौर्यगाथा को इस देश की आने वाली पीढ़ियाँ भी याद रखेंगी।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 13, 2020
बता दें कि, आज ही के दिन 2001 में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आतंकी संसद भवन के परिसर तक पहुंचने में कामयाब रहे थे। जिस समय यह हमला हुआ था, उस वक्त संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा था। संसद के दोनों सदन कुछ देर के लिए स्थगित हुए थे। लालकृष्ण आडवाणी समेत 100 अन्य लोग संसद भवन में मौजूद थे।