Image Source: Twitter@Office of Shivraj
Farmers Bharat Bandh Madhya Pradesh Update: नए कृषि कानूनों के विरोध में आज किसानों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ज्यादा असर नहीं दिखाई दे रहा है। न्यू मार्केट, चौक बाजार, जुमेराती के थोक किराना बाजार समेत राजधानी के सभी प्रमुख मार्केट खुले रहेंगे।
यातायात भी प्रभावित नहीं होगा। लो फ्लोर बसें और मैजिक भी शहर में चलेगी। किराना व्यापारी महासंघ के महासचिव अनुपम अग्रवाल ने बयान दिया है कि, किसी संगठन ने हमसे समर्थन नहीं मांगा है।
शिवराज सिंह ने विपक्ष पर साधा निशाना
वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने भारत बंद का समर्थन करने वाले दलों पर हमला बोला है। हैदराबाद दौरे के दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने किसानों के मुद्दों को लेकर कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा, भारत बंद का समर्थन करने वाली पार्टियों का विरोध करता हूं। मैं उनसे कहना चाहता हूं, इससे आपका जनाधार नहीं बचने वाला है।
राहुल गांधी जी, जिनको यह पता नहीं होता है कि प्याज जमीन के नीचे उगती है या ऊपर उगती है, उन्होंने कहा था कि एपीएमसी एक्ट के तहत फलों और सब्जियों को डीलिस्ट कर देंगे।
मगर आज जब हमारी सरकार वही काम कर रही है, तो कांग्रेस किसानों को भड़काने का काम कर रही है। pic.twitter.com/NrD898yo00
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 7, 2020
सीएम ने कहा, ‘मैं सोनिया गांधी, शरद पवार और राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि जब आप एपीएमसी एक्ट का समर्थन करते थे, तो आज एकदम से यूटर्न का क्या कारण है? आपको जवाब देना होगा। यह पाखंड नहीं चलेगा। टीआरएस जैसी पार्टियां, जो अब तक सो रही थीं, अचानक नींद से जाग के कहने लगीं कि हम भी भारत बंद में साथ देंगे।’
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi से मैदान में मुकाबला करने की ताकत कांग्रेस में नहीं है इसलिए इस पार्टी के नेता झूठ बोलकर अशांति फैलाने की कोशिश में लगे रहते हैं। pic.twitter.com/qa8XK5ibb1
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 7, 2020
सीएम शिवराज ने कहा, ये तीनों कानून किसान के हित के लिए हैं। ये कृषि कानून तब लागू हुए थे, जब बिहार में चुनाव और मध्यप्रदेश में उपचुनाव समेत कई राज्यों में चुनाव हो रहे थे। यदि किसान कृषि बिल के विरोध में होते तो भाजपा को सभी राज्यों में इतनी शानदार जीत न मिलती।
ये कृषि कानून तब लागू हुए थे, जब बिहार में चुनाव और मध्यप्रदेश में उपचुनाव समेत कई राज्यों में चुनाव हो रहे थे।
यदि किसान कृषि बिल के विरोध में होते तो भाजपा को सभी राज्यों में इतनी शानदार जीत न मिलती। : मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj pic.twitter.com/TB9OE0rIQ9
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) December 7, 2020